

चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में पुनः भारी संख्या में शिक्षक व कर्मचारी एकत्र हुए और अपने हक की आवाज बुलंद की। यह धरना 4 फरवरी 2025 से अनवरत जारी है जिसमें शिक्षक-कर्मचारी संगठित होकर अपनी मांगों को प्रशासन के सामने मजबूती से रख रहे हैं।
क्या हैं मुख्य मांगें
शिक्षक एवं कर्मचारियों की प्रमुख मांगें पीएफ का समुचित संधारण, नियमित वेतन भुगतान और पेंशन व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करना शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं करता, यह आंदोलन जारी रहेगा।
आंदोलन होगा और तेज?
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन और उग्र होगा। आगामी दिनों में तालाबंदी, कलमबंद आंदोलन और क्रमिक हड़ताल की रणनीति अपनाई जाएगी।
प्रशासन की चुप्पी से आक्रोश
अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया है, जिससे कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया है कि अगर मांगे पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन को और व्यापक स्तर पर ले जाया जाएगा।
क्या मिलेगा शिक्षकों-कर्मचारियों को न्याय?
अब यह देखना होगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस आंदोलन को हल्के में लेता है या शिक्षकों और कर्मचारियों की मांगों पर सकारात्मक पहल करता है। फिलहाल, विश्वविद्यालय परिसर में विरोध का माहौल बना हुआ है और सभी की निगाहें प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।