
दीनदयाल शोध संस्थान एवं नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन के द्वारा चित्रकूट क्षेत्र के 150 ग्रामीण केन्द्रो में एक साथ 13-14 अप्रैल को स्वास्थ्य जागरुकता एवं उपचार शिविर का होगा आयोजन
शिविर में विभिन्न मेडिकल कॉलेज से 100 चिकित्सक एवं प्राध्यापक सहित 500 मेडिकल विद्यार्थी रहेंगे उपस्थित
चित्रकूट दीनदयाल शोध संस्थान एवं नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन के द्वारा चित्रकूट के 50 कि.मी. की परिधि में आने वाले 150 केन्द्रों (ग्राम पंचायतों) में 13 एवं 14 अप्रैल को एक साथ स्वास्थ्य जागरुकता एवं उपचार शिविर आयोजित किया जा रहा है।
शिविर में महाराष्ट्र, उ०प्र० एवं म०प्र० के विभिन्न मेडिकल कालेजों एवं देश के अन्य चिकित्सीय संस्थानों से 100 वरिष्ठ चिकित्सक एवं प्राध्यापक सहित 500 मेडिकल विद्यार्थी स्वास्थ्य जागरुकता एवं उपचार शिविर सम्पन्न कराने हेतु चित्रकूट आ रहे है। दीनदयाल शोध संस्थान के उप महाप्रबंधक डाॅ अनिल जायसवाल ने बताया कि सभी लोग 13 अप्रैल को सुबह अपने अपने ग्रामीण केन्द्रों पर पहुँच जाएंगे और शिविर वाले दिन शिविर ग्राम में ही रात्रि प्रवास करेंगे, रात्रि में चिकित्सकों एवं मेडिकल छात्रों द्वारा ग्रामवासियों को गोष्ठी के माध्यम से स्वास्थ्य, स्वच्छता, कुपोषण इत्यादि के बारे में जानकारी दी जाएगी।
उसके बाद पुनः दूसरे ग्राम में शिविर आयोजित कराने के बाद टीम वापस चित्रकूट अपने केन्द्र पर आएगी। इस दौरान मरीजों को दवाईयों का निशुल्क वितरण किया जाएगा।
शिविर का उद्घाटन मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल के मुख्य आतिथ्य में विवेकानन्द सभागार दीनदयाल परिसर चित्रकूट में 12 अप्रैल को शाम 5 बजे किया जाएगा। दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि चित्रकूट क्षेत्र के ग्रामों में एकात्म मानवदर्शन का व्यावहारिक रुप कैसे दिखे इसके लिये नानाजी ने स्वावलम्बन अभियान के तहत 5 सूत्र शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी, बेकारी और हरा भरा विवादमुक्त ग्राम को लेकर और खुशहाल गाँव-खुशहाल समाज की परिकल्पना को साकार रुप देने का काम शुरु किया है।
इस शिविर के माध्यम से इन्हीं 150 ग्रामों में देश भर से वरिष्ठ चिकित्सक एवं मेडिकल छात्र अपने मन में अंकुरित हो रहे सेवा भाव को यहाँ व्यक्त करने चित्रकूट आ रहे है।