
चित्रकूट में देर रात कांग्रेस के विधानसभा घेराव कार्यक्रम में शामिल होने लखनऊ जा रहे कांग्रेसियों के जत्थे को पुलिस ने रोक दिया। कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रमोद पांडेय, बांदा जिलाध्यक्ष प्रदुम्र दुबे और चित्रकूट जिलाध्यक्ष कुशल पटेल समेत 14 कांग्रेसियों को पुलिस ने रामायण मेला परिसर में नजरबंद कर दिया।
क्या है मामला?
लखनऊ में बुधवार को कांग्रेस का विधानसभा घेराव कार्यक्रम प्रस्तावित है, जिसमें हर जिले के कांग्रेसी हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। मंगलवार रात करीब 8 बजे, चित्रकूट से कांग्रेसियों का एक दल लखनऊ रवाना होने की तैयारी में था। इस दौरान सीओ सिटी राजकमल, कोतवाल उपेंद्र सिंह और सीतापुर चौकी प्रभारी अनिल गुप्ता भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और कांग्रेसियों को वाहन समेत सीतापुर में रोक लिया।
पुलिस और कांग्रेसियों के बीच हुई बहस
रोकने के दौरान पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच लंबी बहस चली। कांग्रेसियों का कहना था कि उन्हें कार्यक्रम में हिस्सा लेने से रोका जा रहा है, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। हालांकि, पुलिस ने शांति व्यवस्था का हवाला देते हुए सभी को आगे बढ़ने से मना कर दिया और उन्हें रामायण मेला परिसर में नजरबंद कर दिया।
पुलिस ने दी सफाई
सीओ सिटी राजकमल ने कहा, “यह कदम शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है। कांग्रेसियों को समझाकर लखनऊ जाने से रोका गया है। कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई।”
कांग्रेस ने किया विरोध
चित्रकूट जिलाध्यक्ष कुशल पटेल ने इस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा, “हमारी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। यह जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने की साजिश है।”
जत्थे में कौन-कौन शामिल?
नजरबंद कांग्रेसियों में बांदा जिलाध्यक्ष प्रदुम्र दुबे, चित्रकूट जिलाध्यक्ष कुशल पटेल समेत 14 कार्यकर्ता और नेता शामिल हैं।
देखना होगा कि कांग्रेस इस घटना पर आगे क्या कदम उठाती है और विधानसभा घेराव कार्यक्रम का असर क्या होता है।