
ग्रामोदय विश्वविद्यालय के आक्रोशित कर्मचारी अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर दिनांक 04 फरवरी 2025 से धरना, प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय का ध्यानाकर्षण कर रहे थे, किंतु अद्यतन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कोई भी निराकरण नहीं किया गया।
पूर्व से संयुक्त कर्मचारी संघ के बैनर तले विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी पूरी एकजुटता के साथ पीएफ/पेंशन, नियमित वेतन एवं कर्मचारी कल्याण की अन्य मांगों को पूरा करने हेतु लगातार धरना, प्रदर्शन कर रहे थे।
अद्यतन जब मांगो पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई विचार नहीं किया तो दिनांक 20 फरवरी 2025 से क्रमिक भूख हड़ताल करते हुए आज 13वें दिन इस आंदोलन में भूख हड़ताल करते हुए प्रवेश कर चुके हैं।
जहां एक ओर कर्मचारी नियमित वेतन भी प्राप्त नहीं कर पा रहा, वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दमनकारी नीतियों के चलते आंदोलनरत कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार से प्रताड़ित करते हुए प्रभारी कुलसचिव के द्वारा परेशान किया जा रहा है।
आज विडंबना यह है कि कर्मचारियों की लंबित मांगों पर प्रशासन के द्वारा मांगों पर कृत कार्यवाही से अनभिज्ञ कर्मचारी पशोपेश की स्थिति में जीने के लिए मजबूर है।