
रीवा, 22 दिसंबर। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान को लेकर कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हाल ही में संसद में देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब पर की गई टिप्पणी अत्यंत अमर्यादित और निंदनीय है। कमलेश्वर पटेल ने यह बयान जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय, ग्रामीण/शहर रीवा में आयोजित प्रेस वार्ता में दिया।
कमलेश्वर पटेल ने कहा, “डॉ. अंबेडकर ने इस देश को एक ऐसा संविधान दिया जिसमें समानता और नैतिक मौलिक मूल्यों की स्पष्ट झलक मिलती है। उनका अपमान किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री को इस कृत्य के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए। यह कृत्य अक्षम्य है और हमें इस पर सख्त प्रतिक्रिया देनी होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि 18वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा बाबा साहेब और संविधान का अपमान संसदीय इतिहास में दर्ज हो चुका है। “बीजेपी हमेशा संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों का विरोध करती रही है। यह कोई पहली बार नहीं है कि पार्टी ने संविधान को कमजोर करने की कोशिश की है। इस बार तो सरकार ने सीमा पार कर दी, जब विपक्ष ने संविधान पर चर्चा की मांग की थी। सरकार ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा से बचते हुए, संविधान पर बहस करने की अनुमति दी। इस दौरान बीजेपी के गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब का अपमान करते हुए संघ और बीजेपी की मनुवादी मानसिकता को उजागर किया।”
अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर श्री पटेल ने कहा कि गृहमंत्री ने कहा था, “अभी एक फैशन हो गया है अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।” श्री पटेल ने इस टिप्पणी को पूरी तरह से अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी आरक्षण खत्म करने के प्रयासों के तहत संविधान को बदलने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 2024 के आम चुनाव में जनता ने इन प्रयासों को नकारा था, लेकिन अब पार्टी संविधान निर्माता का अपमान कर अपनी खीज निकाल रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए श्री पटेल ने कहा, “प्रधानमंत्री ने अमित शाह को सही करने की बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू कर दी। कांग्रेस और विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री से गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है, लेकिन मोदी सरकार इस मामले में गंभीर नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी ने न केवल संसद की कार्यवाही ठप्प की, बल्कि प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ भी धक्का-मुक्की की। पार्टी अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे को गिराया गया और नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। यह साफ तौर पर दिखाता है कि बीजेपी और उसकी मातृसंस्था हमेशा से डॉ. अंबेडकर और संविधान के खिलाफ रही है।”
कांग्रेस इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अडिग है और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, पार्टी विरोध प्रदर्शन जारी रखेगी।
इस मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष इंजीनियर राजेंद्र शर्मा, जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष लखनलाल खंडेलवाल, प्रदेश महासचिव गुरूमीत सिंह मंगू, श्रीमती विद्यावती पटेल, श्रीमती कविता पांडे, प्रदेश सचिव श्रीमती शीला त्यागी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता विमलेन्द्र तिवारी, रमाशंकर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष कुंवर सिंह, संगठन मंत्री रवि तिवारी सहित अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।