
चित्रकूट में दिव्यांगजनों के लिए एक ऐतिहासिक पहल की गई है। भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) ने जिला प्रशासन के सहयोग से देश के पहले प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र की स्थापना की है। इस केंद्र का शुभारंभ जिलाधिकारी शिवशरण अप्पा जी एन ने फीता काटकर किया। यह केंद्र न केवल दिव्यांगजनों के लिए उपकरण बनाएगा बल्कि यहीं से उनका निशुल्क वितरण भी करेगा।
30 लाख के उपकरण वितरित
शुभारंभ के मौके पर राष्ट्रीय बायोश्री योजना के तहत जिलाधिकारी ने दिव्यांगजनों को 30 लाख रुपये मूल्य के कृत्रिम उपकरण और ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरित किए। एलिम्को के इस कदम से दिव्यांगजनों को बड़ी राहत मिलेगी, जो अब उपकरणों के लिए शिविरों का इंतजार करने की जगह इस केंद्र में सीधे अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
शिविर का इंतजार खत्म
जिलाधिकारी शिवशरण अप्पा जी एन ने कहा, “अब दिव्यांगजनों को शिविरों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस केंद्र के माध्यम से वे उपकरण बनवा और प्राप्त कर सकेंगे। केंद्र को सफलतापूर्वक स्थापित करने में जिला प्रशासन ने हरसंभव सहायता प्रदान की है।”
मातृ शिशु अस्पताल परिसर में केंद्र की स्थापना
प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र को खोह स्थित मातृ शिशु अस्पताल के परिसर में स्थापित किया गया है। यह केंद्र दिव्यांगजनों की जरूरतों को पूरा करने में मील का पत्थर साबित होगा। चित्रकूट में हुई यह शुरुआत न केवल जिले के लिए बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।