


चित्रकूट दीनदयाल शोध संस्थान, उद्यमिता विद्यापीठ में बुधवार को एक ऐतिहासिक अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी दीनदयाल शोध संस्थान के प्रथम अध्यक्ष भी रहे हैं।
इस आयोजन में जन शिक्षण संस्थान गोंडा, दीनदयाल औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र और खादी ग्रामोद्योग आयोग के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। कार्यक्रम में युवाओं और छात्रों के बीच राष्ट्र सेवा और उद्यमिता की भावना को जागृत करने पर जोर दिया गया।इस खास मौके पर दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन, अजीत सिंह प्रधानाचार्य महाराज देवी बक्श सिंह इंटर कॉलेज बेलसर गोंडा और कृष्णा प्रसाद द्विवेदी क्षेत्र सहायक जन शिक्षण संस्थान ने अटल जी के नेतृत्व और उनके कवि हृदय और उनकी दूर दृष्टि का उल्लेख करते हुए कहा कि कैसे उनके विचार आज भी हमारे समाज को सही दिशा दिखाते हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने कौशल और ज्ञान का उपयोग देश के विकास में करें। यह अवसर न केवल अटल जी के योगदान को स्मरण करने का था बल्कि उनके आदर्शों को आत्मसात कर नए भारत के निर्माण में योगदान देने की प्रतिज्ञा लेने का भी था।
दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि अटल जी दीनदयाल शोध संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष भी रहे हैं। अपने भीतर छिपे उद्यमी और राष्ट्र सेवक को पहचानें और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कदम उठाएं। इस अवसर पर डीआरआई के उप महाप्रबंधक डाॅ अनिल जायसवाल, उद्यमिता विद्यापीठ के संयोजक मनोज सैनी भी उपस्थित रहे।