
Mauganj Murder Mystery: मऊगंज। मऊगंज जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां बेटे की कार मांगने की जिद ने पिता को इतना क्रोधित कर दिया कि उसने अपने ही बेटे की हत्या कर दी। इस वारदात को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने मामले की सच्चाई उजागर कर दी। हत्या की यह गुत्थी 8 महीने बाद सुलझ पाई, जिसमें पुलिस ने पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
7 अप्रैल को घर में लटका मिला था शव
मऊगंज नगर के वार्ड क्रमांक 10 निवासी 20 वर्षीय रोहित गुप्ता का शव 7 अप्रैल 2024 को घर में फांसी के फंदे पर लटका मिला। घटना को देखकर पुलिस और स्थानीय लोगों ने इसे आत्महत्या मान लिया। पुलिस ने आत्महत्या की धाराओं में जांच शुरू की और मामला बंद करने की तैयारी में थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला हत्या का राज
जून 2024 में आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरी कहानी पलट दी। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि रोहित की मौत गला दबाने से हुई है, न कि फांसी लगाने से। इसके बाद पुलिस ने मामले को नए सिरे से जांचना शुरू किया और मृतक के परिजनों से पूछताछ की।
कार की मांग बनी मौत की वजह
जांच में पता चला कि रोहित के पिता बाबूलाल गुप्ता ने हाल ही में जमीन बेचकर एक बड़ी रकम अर्जित की थी। रोहित उस पैसे से कार खरीदने की जिद कर रहा था, लेकिन बाबूलाल ने इसे बार-बार मना कर दिया।
6 और 7 अप्रैल की रात पिता-पुत्र के बीच इस बात को लेकर विवाद हुआ, जो इतना बढ़ गया कि गुस्से में बाबूलाल ने रोहित का गला घोंट दिया। इसके बाद उसने हत्या को छिपाने के लिए शव को फांसी के फंदे से लटका दिया और पुलिस को सूचना देकर इसे आत्महत्या का मामला बनाने की कोशिश की।
पुलिस पूछताछ में पिता ने कुबूल किया जुर्म
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने बाबूलाल गुप्ता को हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ में उसने अपने बेटे की हत्या करना स्वीकार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पड़ोसी भी रह गए दंग
घटना के समय पड़ोसियों और रिश्तेदारों को भी यही लगा था कि यह आत्महत्या का मामला है। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की गहन जांच ने पूरे मामले की सच्चाई सामने ला दी।
इलाके में सनसनी, लोग सदमे में
इस घटना ने मऊगंज और आसपास के इलाकों में सनसनी फैला दी है। लोग इस बात से स्तब्ध हैं कि एक पिता अपने ही बेटे की हत्या कर सकता है।
क्या कहता है पेट्रोल न्यूज़?
यह घटना बताती है कि पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए संयम और संवाद बेहद जरूरी हैं। गुस्से में उठाया गया एक गलत कदम पूरे परिवार को तबाह कर सकता है।