रीवा, Breaking News:
रीवा जिले के बैकुंठपुर नगर परिषद में लंबे समय से पार्षदों और अध्यक्ष के बीच चल रही खींचतान आखिरकार बड़े संकट में बदल गई। नगर परिषद की सीएमओ श्रीमती निधि सिंह राजपूत की मौजूदगी में चार पार्षदों ने पीआईसी (परिषद कार्यकारिणी) से अपना इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वालों में वीरेंद्र सोनी, तारावती आदिवासी, कमल कुमारी साकेत और बृजेश बरेठा शामिल हैं।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, नगर परिषद में कई महीनों से पार्षदों और अध्यक्ष के बीच विवाद चल रहा था। पार्षदों का आरोप है कि नगर विकास के कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है और उनकी बातों को अनदेखा किया जा रहा है। इसके चलते इन चारों पार्षदों ने इस्तीफा देकर अपना विरोध जताया।
नगर विकास पर असर
पार्षदों के इस्तीफे के बाद बैकुंठपुर नगर परिषद में विकास कार्यों की गति धीमी पड़ने की संभावना है। पहले से ही चल रहे विवाद के कारण विकास कार्य बाधित थे, और अब इन इस्तीफों के बाद स्थिति और गंभीर हो सकती है।
आगे क्या होगा?
इस इस्तीफे के बाद नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। सीएमओ निधि सिंह राजपूत ने कहा है कि इस्तीफों की समीक्षा की जाएगी और इसके प्रभाव को लेकर जल्द ही उच्च अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।
स्थानीय लोगों की चिंता
नगरवासियों का कहना है कि पार्षदों और अध्यक्ष के बीच विवाद का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। विकास कार्य ठप हो चुके हैं, और अब यह विवाद और भी बड़ी समस्या खड़ी कर सकता है।
इस घटनाक्रम से बैकुंठपुर नगर परिषद में राजनीतिक संकट और बढ़ गया है। अब देखना होगा कि प्रशासन और स्थानीय नेतृत्व इस स्थिति को कैसे संभालते हैं।