
Mauganj News:
मऊगंज, 07 मार्च – जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था और प्रशासनिक लापरवाही को लेकर कमिश्नर और डीआईजी ने कलेक्टर सभागार में समीक्षा बैठक की। हाल ही में विवादित थाना प्रभारियों की नियुक्ति, लंबित राजस्व मामले, सीएम हेल्पलाइन की फाइलों और पुलिस विभाग की अनसुलझी शिकायतों को लेकर आम जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है। इन मुद्दों को लेकर जिले में लगातार विवाद की स्थिति बन रही है, जिस पर नियंत्रण पाने के लिए यह बैठक बुलाई गई।
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का होगा त्वरित निराकरण – कमिश्नर
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि सीएम हेल्पलाइन में लंबित मामलों के समाधान की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने स्वीकार किया कि सैकड़ों फाइलें लंबित हैं, जिनका जल्द से जल्द निपटारा किया जाएगा।
अधिवक्ता और थाना प्रभारी विवाद पर क्या बोले डीआईजी?
हाल ही में थाना प्रभारी राजेश पटेल और अधिवक्ता के बीच हुई अभद्रता को लेकर डीआईजी साकेत प्रकाश पांडे से सवाल किए गए। अधिवक्ताओं ने इस घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन भी किया था, लेकिन समय पर जांच पूरी न होने से मामला और गरमाता जा रहा है।
डीआईजी ने कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और थाना प्रभारियों के खिलाफ आने वाली शिकायतों की जांच जल्द पूरी की जाएगी। हालांकि, अधिवक्ताओं द्वारा लगातार थाना प्रभारी मऊगंज को हटाने की मांग किए जाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
जांच में देरी से अधिवक्ता नाराज, आंदोलन की चेतावनी
अधिवक्ता संगठनों का कहना है कि दो महीने बीत जाने के बाद भी थाना प्रभारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, न ही जांच से संबंधित कोई जानकारी दी गई। इससे वकीलों में भारी आक्रोश है और अगर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो वे आंदोलन तेज करने की चेतावनी दे रहे हैं।
👉 अब देखने वाली बात होगी कि क्या प्रशासन कानून व्यवस्था सुधारने के लिए ठोस कदम उठाएगा या फिर यह बैठक भी सिर्फ औपचारिकता बनकर रह जाएगी?