March 15, 2025 2:22 am

Fake Cement Factory:मऊगंज में नकली सीमेंट फैक्ट्री का पर्दाफाश: नामी ब्रांड्स के नाम पर बेची जा रही थी मिलावटी सीमेंट

 

Fake Cement Factory:

मऊगंज। मध्य प्रदेश के मऊगंज  (Mauganj) जिले में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने नकली सीमेंट फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस फैक्ट्री में नामी कंपनियों के नाम पर सीमेंट की पैकिंग की जा रही थी, जिसमें 70% डस्ट मिलाकर बाजार में बेचा जा रहा था। पुलिस ने फैक्ट्री पर छापा मारकर भारी मात्रा में मिलावटी सीमेंट, कच्चा माल और उपकरण जब्त किए हैं। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।

सूचना पर पुलिस ने मारा छापा

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम जयकरा जंगल में नकली सीमेंट तैयार की जा रही है। इस पर पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर के निर्देश पर थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने मौके पर छापा मारा, जहां पांच आरोपी नकली सीमेंट तैयार करने और पैकिंग करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए।

कैसे होता था खेल?

फैक्ट्री में नामी कंपनियों के खाली सीमेंट बैग में 70% डस्ट और बाकी सीमेंट मिलाकर पैकिंग की जा रही थी। इसके बाद इस 

नकली सीमेंट को बाजार में असली ब्रांड के नाम पर ऊंचे दामों पर बेचा जाता था। आरोपी लंबे समय से इस गोरखधंधे में लिप्त थे और क्षेत्र में मिलावटी सीमेंट की सप्लाई कर रहे थे।

क्या-क्या बरामद हुआ?

पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में नकली सीमेंट और उपकरण बरामद किए हैं, जिसमें शामिल हैं:

  • 435 बोरी डस्ट
  • 710 बोरी सीमेंट
  • फावड़ा और मिक्सिंग के उपकरण
  • पैकिंग मशीन
    बरामद सामग्री की कुल कीमत लगभग 2 लाख 48 हजार रुपये आंकी गई है।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

नकली सीमेंट फैक्ट्री के खुलासे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। नागरिकों का कहना है कि यह एक गंभीर मामला है, क्योंकि नकली सीमेंट का उपयोग घरों

 की मजबूती और संरचना पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। एक स्थानीय निवासी ने कहा,
“हमने सोचा भी नहीं था कि हमारे घर की नींव में नकली सीमेंट का इस्तेमाल हो सकता है। प्रशासन को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसा न हो।”

पुलिस की सख्ती, आरोपियों पर केस दर्ज

पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने कहा कि
“इस तरह के अपराध से जनता की सुरक्षा खतरे में पड़ती है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और इस रैकेट से जुड़े अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।”

प्रशासन ने दी चेतावनी

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि सीमेंट खरीदते समय सावधानी बरतें। नामी कंपनियों के सीमेंट पर होलोग्राम, बैच नंबर और गुणवत्ता प्रमाण पत्र अवश्य जांचें। साथ ही संदेह होने पर तुरंत प्रशासन को सूचना देने को कहा गया है।

फैक्ट्री सील, जांच जारी

पुलिस ने नकली सीमेंट फैक्ट्री को सील कर दिया है और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि इस गोरखधंधे में और कौन-कौन शामिल है और नकली सीमेंट की सप्लाई कहां-कहां की जा रही थी।

➡️ मिलावटखोरी से घरों की नींव कमजोर न हो, इसके लिए प्रशासन अब चौकसी बढ़ाने जा रहा है। नकली सीमेंट के इस रैकेट का खुलासा होने से निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं।

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