क्राइम कंट्रोल की कमान संभाली IG ने:
रीवा।
जिले में लगातार बढ़ रहे अपराधों पर नकेल कसने के लिए रीवा रेंज के नए पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) गौरव सिंह राजपूत ने मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने थानों में कसावट लाने, पुलिसिंग को एक्टिव करने और आम जनता में सुरक्षा का भरोसा जगाने की दिशा में सख्त कदम उठाए हैं। विशेषकर रात्रि गश्त (Night Patrolling) को लेकर उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट किया है।

रात में सक्रिय रहे पुलिस, आम जनता को मिले सुरक्षा का भरोसा
आईजी ने इस बात पर जोर दिया है कि रात के समय लोग अस्पताल, रेलवे स्टेशन या नाइट ड्यूटी से लौटते हैं, तब सड़कों पर सन्नाटा रहता है और अपराधियों को मौका मिलता है। ऐसे में पुलिस की गश्त बढ़ाना जरूरी है, ताकि जनता को सुरक्षा का एहसास हो और अपराधियों में डर बना रहे।
तकनीकी निगरानी पर जोर, CCTV और नेटवर्क सिस्टम मजबूत होगा
आईजी ने थानों को निर्देशित किया है कि सभी थानों में CCTV कैमरे (Surveillance Cameras) हों और बाजार या संवेदनशील क्षेत्रों में भी कैमरे लगाए जाएं। साथ ही साइबर सेल और मुखबिर तंत्र को और मजबूत किया जाए ताकि सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई की जा सके।
महिलाओं और बच्चों पर अपराध को लेकर सख्ती, नशा कारोबार पर निगरानी
गौरव सिंह राजपूत ने हाल ही में शहर और ग्रामीण इलाकों के कई थानों का अचानक निरीक्षण किया। वे देर रात थानों में पहुंचे और पुलिसिंग की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने महिला अपराध, बच्चों के खिलाफ हो रहे अत्याचार और नशे के अवैध कारोबार पर विशेष फोकस करने के निर्देश दिए हैं।
कुप्रथाओं पर लगाम की उम्मीद, नेताओं से गठजोड़ पर भी सख्त रुख
आईजी के आने के बाद से पुलिस और नेताओं के बीच गठजोड़, अवैध वसूली, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे कुप्रथाओं पर विराम लगने की उम्मीद जताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो आईजी इन सभी मामलों में सख्त निगरानी रख रहे हैं और थानों की जवाबदेही तय कर रहे हैं।
समय बताएगा, कितना अमल होता है आदेशों पर
अब देखना यह होगा कि आईजी के दिशा-निर्देशों पर जिले के पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारी कितनी गंभीरता से अमल करते हैं। जनता को अपराध मुक्त वातावरण देने के लिए यह एक अहम मोड़ साबित हो सकता है। यदि थानों में कसावट और पारदर्शिता आती है, तो रीवा संभाग अपराध मुक्त वातावरण की ओर बढ़ सकता है।