
चित्रकूट: ऐसा लगता है कि अमावस्या मेला को लेकर प्रशासन द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाएं,अव्यवस्था और परेशानी का सबब बनने लगीं हैं।एक ऐसी अमावस्या,जो लगातार दो दिन सोमवार और मंगलवार को मनाई जा रही है,जिसके कारण वैसे भी तीर्थ यात्रियों की संख्या बेहद कम है,ऊपर से भीषण गर्मी का प्रकोप है।
जिस कारण से भी तीर्थ यात्री इस अमावस्या मेला में बहुत कम आते हैं।बावजूद इसके प्रशासन द्वारा तीर्थ यात्रियों को सुविधा देने की जगह अक्छयवट तिराहे पर बेरिकेटिंग लगा दी गई।जो इस तरह की भीषण गर्मी में तीर्थ यात्रियों के लिए किसी सजा से कम नहीं है।
गौरतलब है कि अनादि काल से,जब से चित्रकूट में अमावस्या मेला शुरु हुआ होगा,तभी से यहां आने वाले तीर्थ यात्री मंदाकिनी नदी के रामघाट पर स्नान कर शिव मंदिर मत्यगजेंद्रनाथ जी का जलाभिषेक करने के बाद राम मोहल्ला में कामता नाथ जी के दर्शन करते हुए कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा लगाते रहे हैं।साथ ही स्थानीय दुकानदारों का नारियल भोग प्रसाद बेचकर जीविको पार्जन भी होता रहा है।
लेकिन इस बार प्रशासन की अनूठी और अराजक व्यवस्था के कारण जहां तीर्थ यात्रियों भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है,और जो परिक्रमा मार्ग पहले पांच किलो मीटर का था,वो अब घूमकर जाने के चलते लगभग 7-8 किलो मीटर का हो गया है।इसके अलावा इस प्रशासनिक व्यवस्था ने स्थानीय दुकानदारों के पेट पर लात मारने का काम भी किया है,जिस कारण से स्थानीय दुकानदार भी बेहद परेशान हैं।