
मऊगंज। BJP संगठन में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद अब सभी की नजरें जिला अध्यक्ष के चुनाव पर टिकी हुई हैं। पार्टी में सरगर्मियां तेज हैं और नए साल की शुरुआत में भाजपा को नया जिला अध्यक्ष मिलने की संभावना जताई जा रही है। 27 दिसंबर 2024 को मऊगंज जिला भाजपा कार्यालय में संगठन के निर्वाचन अधिकारियों रामलाल रौतेल और सदानंद गौड़ की उपस्थिति में रायशुमारी का आयोजन किया गया था।
कौन होगा नया जिलाध्यक्ष?
भाजपा के नए जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर पार्टी में चर्चा तेज है। इस रेस में कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। प्रमुख दावेदारों में वर्तमान जिला अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा, सीतापुर मंडल अध्यक्ष प्रसून द्विवेदी, श्रीधर पयासी (हनुमना), सुरेंद्र सिंह चंदेल (देवतालाब), जनभागीदारी अध्यक्ष महेश चंद्र राल्ही, उर्मिला सिंह गोंड (हनुमना), और वंश बहादुर पांडेय (सत्यमणि पांडेय) सहित करीब एक दर्जन नाम शामिल हैं।
नियमों के तहत बदल सकता है समीकरण
भाजपा के आंतरिक नियमों के अनुसार, किसी भी जिला अध्यक्ष को लगातार दो बार चुने जाने की परंपरा नहीं है। हालांकि, इस बार मऊगंज के वर्तमान जिला अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा की दावेदारी इसलिए मजबूत मानी जा रही है क्योंकि उन्हें पद संभाले केवल 9 महीने हुए हैं। जबकि संगठन के नियमों के अनुसार, एक कार्यकाल तीन साल का होता है।
प्रबल दावेदार कौन?
- राजेंद्र मिश्रा: 9 महीने के कार्यकाल में संगठन को मजबूत करने का दावा।
- प्रसून द्विवेदी: सीतापुर मंडल अध्यक्ष और युवाओं में लोकप्रिय।
- श्रीधर पयासी: पार्टी के निष्ठावान और अनुभवी नेता।
- सुरेंद्र सिंह चंदेल और महेश राल्ही: क्षेत्र में मजबूत पकड़।
- उर्मिला सिंह गोंड: महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने का विकल्प।
नए साल में होगा ऐलान
भाजपा संगठन के सूत्रों के मुताबिक, नए जिला अध्यक्ष की घोषणा जनवरी 2025 में की जाएगी। रायशुमारी के बाद नामों की अंतिम सूची प्रदेश नेतृत्व को भेजी जाएगी, जहां से अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
संगठन के लिए अहम चुनाव
भाजपा के जिला अध्यक्ष का चयन पार्टी के आगामी चुनावी अभियान के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मऊगंज जिले में भाजपा का संगठन मजबूत है, और नए अध्यक्ष से कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।
पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्सुकता
भाजपा के जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं में काफी उत्सुकता है। हर किसी की नजर इस बात पर है कि पार्टी नेतृत्व किसे जिम्मेदारी सौंपता है।
क्या कहता है पेट्रोल न्यूज़?:
भाजपा के नए जिला अध्यक्ष का चुनाव पार्टी के लिए न केवल संगठनात्मक मजबूती का मौका है, बल्कि यह आगामी चुनावों में पार्टी की रणनीति का अहम हिस्सा भी बनेगा। जनवरी में होने वाली इस घोषणा का सभी को बेसब्री से इंतजार है।