खरगोन,MP। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महेश्वर में देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कैबिनेट बैठक में बड़ा फैसला लिया। प्रदेश के 17 धार्मिक शहरों में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है।
शराब दुकानों को शिफ्ट नहीं किया जाएगा
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिन शहरों में शराब दुकानें बंद की जाएंगी, उन्हें दूसरी जगह स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। उज्जैन, ओंकारेश्वर, अमरकंटक, दतिया और मंदसौर सहित 17 धार्मिक नगरों में यह फैसला लागू होगा।
महेश्वर में हुई नर्मदा आरती
बैठक से पहले मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने मां अहिल्या की राजगादी के दर्शन किए और नर्मदा घाट पर आरती की। इसके बाद घाट पर चुनरी अर्पित कर मां नर्मदा का आशीर्वाद लिया।
महेश्वर का ऐतिहासिक महत्व
महेश्वर, देवी अहिल्याबाई होलकर की कर्मभूमि रही है। उन्होंने यहां कई मंदिर, घाट, और जनकल्याणकारी संरचनाओं का निर्माण कराया। महेश्वरी साड़ियों के लिए प्रसिद्ध इस स्थान पर अहिल्याबाई ने बुनकरों को बसाया और उद्योग को प्रोत्साहित किया।
मंडलेश्वर में आमसभा और विकास योजनाओं का शिलान्यास
बैठक के बाद मुख्यमंत्री मंडलेश्वर में आमसभा को संबोधित करेंगे। यहां वे 982 करोड़ रुपये की महेश्वर-जानापाव उद्वहन सिंचाई योजना का शिलान्यास करेंगे। यह योजना तीन जिलों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।
महेश्वर की धरोहर को मिलेगा बढ़ावा
इस बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल से जोड़कर देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने महेश्वर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को संरक्षित करने के लिए नई नीतियां बनाने की बात कही।
यह निर्णय न केवल धार्मिक स्थलों की गरिमा को बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास है।