Mauganj News in Hindi:
मऊगंज,रीवा| पेट्रोल न्यूज़ एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
गहरवार नर्सिंग होम मऊगंज के मेडिकल स्टोर पर पेट्रोल न्यूज़ की खबर ने वो असर दिखाया, जो महीनों से शिकायतें नहीं दिखा पाईं। जैसे ही ड्रग इंस्पेक्टर ने निरीक्षण की तैयारी की, मेडिकल स्टोर संचालक दुकान बंद कर मौके से फरार हो गया।

बिना फार्मासिस्ट, फर्जी तरीके से चल रहा था मेडिकल ?
सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर पेट्रोल न्यूज़ ने कुछ दिन पहले खुलासा किया था कि गहरवार नर्सिंग होम मऊगंज के अंदर संचालित मेडिकल स्टोर बिना लाइसेंसशुदा फार्मासिस्ट के चल रहा है, जो स्पष्ट रूप से ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट का उल्लंघन है। मरीजों की जान के साथ हो रहे इस खुलेआम खिलवाड़ को देखकर सवाल उठना लाजमी था।
ड्रग इंस्पेक्टर ने की कार्रवाई की कोशिश, लेकिन स्टोर बंद मिला
जैसे ही निरीक्षण की भनक लगी, मेडिकल संचालक ने फौरन दुकान बंद कर दी और मौके से निकल लिया। ड्रग इंस्पेक्टर के मुताबिक, “दुकान बंद मिलने के कारण निरीक्षण नहीं हो पाया। संचालक से फोन पर संपर्क हुआ तो उन्होंने खुद के बाहर होने की बात कही।”
बड़ी बात : 24 घंटे खुला रहने वाला अस्पताल, लेकिन मेडिकल गायब?
अब सबसे बड़ा सवाल यही है—जब अस्पताल 24 घंटे चालू है, तो मेडिकल स्टोर कैसे बंद हो सकता है? मरीजों को दवाएं कहां से मिल रही हैं? क्या अस्पताल बिना दवाओं के मरीजों को भर्ती कर रहा है? या फिर मेडिकल स्टोर सिर्फ कागजों में है?
सूत्रों का दावा: कहीं रिश्वत की ‘डोज़’ तो नहीं दे रहा अस्पताल?
सूत्रों के अनुसार, यह भी संदेह जताया जा रहा है कि ड्रग इंस्पेक्टर को नर्सिंग होम की तरफ से मोटी रकम “छडोंत्तरी” के रूप में दी जाती है, जिस वजह से लंबे समय से यह फर्जीवाड़ा बिना किसी रोक-टोक के जारी है।
पेट्रोल न्यूज़ की सीधी मांग: जांच हो निष्पक्ष, कार्रवाई हो तत्काल
अब वक्त आ गया है कि जांच केवल कागजों तक सीमित न रहे, बल्कि मैदान में दिखे। ड्रग इंस्पेक्टर को जवाब देना होगा कि बंद मेडिकल स्टोर के बावजूद उन्होंने कोई वैकल्पिक जांच क्यों नहीं की?
पेट्रोल न्यूज़ के
सवाल वहीं से उठते हैं, जहां जवाब देना सबसे मुश्किल होता है।