January 7, 2025 7:35 pm

Mauganj News: बाबू ने मांगी 50% रिश्वत, लोकायुक्त ने 5.90 लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा

Mauganj News। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने मऊगंज के सीएम राइज स्कूल में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 (बड़े बाबू) राजाराम गुप्ता को 5 लाख 90 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई 1 जनवरी 2025 को लोकायुक्त रीवा इकाई ने की। आरोपी ने सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक से उनके एरियर और अर्जित अवकाश राशि के भुगतान के बदले रिश्वत मांगी थी।

50% राशि की मांग, चेक और नकदी में रिश्वत

शिकायतकर्ता राम निहोर साकेत, जो वार्ड क्रमांक 7, चक्र भाटी मोहल्ला, मऊगंज के निवासी और सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक हैं, ने लोकायुक्त को शिकायत की थी कि उनकी एरियर और अर्जित अवकाश की कुल राशि ₹12.70 लाख के भुगतान के लिए आरोपी ने 50% यानी ₹6.20 लाख की रिश्वत मांगी थी। आरोपी ने पहले ₹25,000 फोन पे और ₹5,000 बैंक खाते में जमा कराए थे और बाकी रकम के लिए नकदी और चेक की मांग की थी।

रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया आरोपी

शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त रीवा के प्रभारी पुलिस अधीक्षक योगेश्वर शर्मा के निर्देशन में उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आरोपी के कक्ष में छापा मारकर उसे ₹50,000 नकद और ₹5.40 लाख के चेक के साथ रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया।

कैसे हुई कार्रवाई?

  • स्थान: विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, मऊगंज
  • रिश्वत राशि: ₹50,000 नकद और ₹5.40 लाख का चेक
  • टीम का नेतृत्व: प्रवीण सिंह परिहार, उप पुलिस अधीक्षक
  • आरोपी का पद: सहायक ग्रेड-3 (बड़े बाबू), सीएम राइज शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मऊगंज

लोकायुक्त का सख्त रुख

लोकायुक्त पुलिस महानिदेशक जयदीप प्रसाद ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार की स्थिति उजागर कर दी है।

राम निहोर साकेत ने अपनी सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली राशि को पाने के लिए काफी प्रयास किए थे। आरोपी ने न केवल रिश्वत मांगी, बल्कि प्रक्रिया को जानबूझकर लटकाए रखा।

भ्रष्टाचार पर सख्त संदेश

लोकायुक्त की इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

क्या कहते हैं अधिकारी?

लोकायुक्त के अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचारियों के लिए कड़ा संदेश है। इस प्रकार के मामलों में जनता को भी जागरूक होकर शिकायत करनी चाहिए ताकि दोषियों को दंडित किया जा सके।

 

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