Mauganj News in Hindi:
पेट्रोल न्यूज, मऊगंज।
मऊगंज जिले में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। ताजा मामला मऊगंज थाना क्षेत्र का है, जहाँ एक व्यक्ति का एटीएम कार्ड बदलकर ठगों ने उसके खाते से लगभग 86,000 रुपए निकाल लिए। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पीड़ित जब रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुँचा, तो पुलिस ने न केवल आवेदन लेने से मना कर दिया, बल्कि बाद में भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

कैसे हुई वारदात ?
24 अप्रैल को देवरी गाँव निवासी राकेश सिंह एसबीआई (SBI) के एटीएम बूथ पर पैसे निकालने गए थे। जैसे ही वह पैसे निकाल रहे थे, उसी समय दो युवक एटीएम बूथ के भीतर दाखिल हुए। एक युवक गेट पर खड़ा रहा जबकि दूसरा युवक राकेश सिंह के पीछे खड़ा हो गया। राकेश सिंह द्वारा एटीएम का पिन डालते ही युवक ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखी। पैसे निकालने के बाद जैसे ही राकेश सिंह कार्ड लेने लगे, पीछे खड़े युवक ने एटीएम मशीन के कीबोर्ड पर हाथ फेरते हुए प्रक्रिया को फिर से चालू कर दिया और चालाकी से उनका असली कार्ड बदल दिया।
राकेश सिंह को कुछ भी समझ नहीं आया और वह बदला हुआ कार्ड लेकर घर लौट आए। देर रात उनके मोबाइल पर लगातार पैसे निकलने के मैसेज आए, तब जाकर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। अगले दिन बैंक जाकर जब उन्होंने जानकारी ली तो पता चला कि खाते से करीब ₹86,000 की राशि निकाली जा चुकी थी। बैंक ने तत्काल उनका कार्ड ब्लॉक कर दिया।
पुलिस थाने में पीड़ित की अनदेखी
ठगी का शिकार हुए राकेश सिंह शाम को मऊगंज थाना पहुंचे और आवेदन देने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने आवेदन लेने से मना कर दिया और कहा कि अगले दिन सुबह आना। अगली सुबह जब पीड़ित फिर थाने पहुँचे, तब भी पुलिस ने सिर्फ एक सादा आवेदन लेकर जांच का आश्वासन दिया, लेकिन एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं की गई। पुलिस ने घटना स्थल की जांच करने, बयान दर्ज करने और पंचनामा बनाने जैसी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं भी नहीं कीं।
पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल
मऊगंज थाना पुलिस की इस संवेदनहीनता ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर क्यों एक गंभीर साइबर अपराध में भी पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज नहीं की? क्यों अपराधियों को पकड़ने के लिए तत्काल कार्रवाई नहीं की गई?
पीड़ित राकेश सिंह का कहना है कि थाना पुलिस ने उनकी परेशानी को हल्के में लिया और बार-बार उन्हें टालने की कोशिश की। उन्होंने अब वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।
रीवा IG और DIG से न्याय की अपील
पीड़ित ने रीवा रेंज के आईजी और डीआईजी से भी अपील की है कि मऊगंज थाने की पुलिस की इस लापरवाही की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी और के साथ इस तरह की लापरवाही न हो।
बड़ा सवाल:
क्या मऊगंज पुलिस अपराधियों के बढ़ते हौसले को रोकने में नाकाम हो रही है?
क्या थानों में पीड़ितों की शिकायतों को यूं ही टालना अब आम हो चला है?
इन सवालों के जवाब अब पूरे जिले की जनता प्रशासन से मांग रही है।