Mauganj News। खरीफ वर्ष 2024-25 के तहत मऊगंज जिले में धान उपार्जन का कार्य तेज़ी से चल रहा है। जिले के 32 उपार्जन केंद्रों पर 27 दिसंबर 2024 तक 10,700 किसानों से 6,23,000 क्विंटल धान का उपार्जन हो चुका है। लेकिन 28 दिसंबर को हुई अचानक बारिश के बाद प्रभारी कलेक्टर डॉ. सौरभ सोनवाणे ने उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण करवाया, जिसमें कई लापरवाहियां उजागर हुईं।
आंशिक नुकसान की पुष्टि
निरीक्षण में पाया गया कि बारिश के दौरान कुछ बोरियां आंशिक रूप से भीग गई थीं। हालांकि, उपार्जित धान को किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई। बावजूद इसके, बारिश से बचाव के पर्याप्त इंतजाम न करने वाले नौ समिति प्रबंधकों और उपार्जन प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
किन्हें जारी हुआ नोटिस
- सेवा सहकारी समिति, नईगढ़ी
- समिति प्रबंधक: कन्हैयालाल साकेत
- सेवा सहकारी समिति, बन्ना
- समिति प्रबंधक: रामसहोदर पटेल
- सेवा सहकारी समिति, पन्नी
- समिति प्रबंधक: पुष्पराज द्विवेदी
- उपार्जन प्रभारी: वेदमणि मिश्रा
- सेवा सहकारी समिति, हनुमना
- उपार्जन प्रभारी: रूद्रमणि शुक्ला
- सेवा सहकारी समिति, टटिहरा
- उपार्जन प्रभारी: शशिकांत त्रिपाठी
- सेवा सहकारी समिति, मिसिरगवां
- उपार्जन प्रभारी: विश्वनाथ पाल
- सेवा सहकारी समिति, हटवा
- उपार्जन प्रभारी: राजबहोर मिश्रा
- सेवा सहकारी समिति, बिछरहटा क.2 हर्दी
- समिति प्रबंधक: हनुमान प्रसाद शुक्ला
- उपार्जन प्रभारी: अनुरुद्ध शुक्ला
- सेवा सहकारी समिति, गौरी
- उपार्जन प्रभारी: चंद्रिका प्रसाद मिश्रा
तीन दिन में स्पष्टीकरण का आदेश
प्रभारी कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिला, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस निरीक्षण और नोटिस के बाद जिले में उपार्जन केंद्रों पर निगरानी और सख्त कर दी गई है। कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी परिस्थिति में किसानों के धान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।