
Mauganj News: मऊगंज। लोक सेवा केंद्र मऊगंज में व्यवस्थाओं का हाल ऐसा है कि यहां सिर्फ टेंडर धारकों और संचालकों के नाम बदलते रहते हैं, लेकिन कर्मचारियों का चेहरा वही रहता है। इस वजह से यहां पर भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुंच गया है। सेवाएं देने के नाम पर यहां नागरिकों को परेशान किया जा रहा है, और प्रशासन इस पर मौन साधे हुए है।
टेंडर बदले, लेकिन कर्मचारी स्थायी
लोक सेवा केंद्र के संचालन के लिए हर बार नए टेंडर जारी किए जाते हैं। कागजों में संचालक बदल जाते हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि पुराने कर्मचारी ही सेवाएं देते रहते हैं। इन कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार और अनियमितता के कई आरोप लग चुके हैं? लेकिन किसी भी स्तर पर कार्रवाई नहीं की जाती।
सेवाओं के लिए वसूली?
यहां पर आने वाले नागरिकों का आरोप है कि मुफ्त में मिलने वाली सेवाओं के लिए भी उनसे अतिरिक्त पैसे वसूले जाते हैं। जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों के लिए निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे मांगना यहां आम बात हो गई है। अगर कोई इसका विरोध करता है, तो उसे फाइल में कमी बताकर बार-बार दौड़ाया जाता है।
शिकायतों का कोई असर नहीं
नागरिकों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस भ्रष्टाचार की शिकायत की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। हर बार नए टेंडर धारक आते हैं, लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नहीं होता। शिकायत करने वालों को धमकाने और परेशान करने की घटनाएं भी सामने आई हैं।
प्रशासनिक मौन
लोक सेवा केंद्र में हो रहे भ्रष्टाचार पर प्रशासन की चुप्पी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि जब केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत ये सेवाएं आम जनता के लिए निशुल्क या कम शुल्क में उपलब्ध कराई जानी थीं, तो यहां वसूली क्यों हो रही है?
भ्रष्टाचार के कारण बढ़ी परेशानी
- सेवाओं में देरी: दस्तावेज बनाने में हफ्तों का समय लगाना और छोटी-छोटी गलतियां निकालकर लोगों को परेशान करना आम बात हो गई है।
- अनधिकृत वसूली: हर सेवा के लिए निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे वसूले जाते हैं।
- कर्मचारियों की मनमानी: शिकायत करने पर नागरिकों को धमकाया जाता है।
स्थानीय नागरिकों की मांग
मऊगंज के नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि लोक सेवा केंद्र में कर्मचारियों की जांच की जाए और जो भी अनियमितता में शामिल हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, टेंडर प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए और हर बार नए कर्मचारियों की नियुक्ति हो।
आगे क्या?
लोक सेवा केंद्र मऊगंज में भ्रष्टाचार का यह मामला सरकारी योजनाओं और सेवाओं की वास्तविकता को उजागर करता है। प्रशासन को चाहिए कि वह तुरंत हस्तक्षेप करे और नागरिकों को राहत दिलाने के लिए कड़े कदम उठाए।