उज्जैन,MP। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़नगर में तीन गांवों के नाम बदलने का ऐलान करते हुए ऐतिहासिक निर्णय लिया है। अब जहांगीरपुर गांव को जगदीशपुर, गजनीखेड़ी को चामुंडा महानगरी, और मौलाना को विक्रम नगर के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री ने इन बदलावों को क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को बढ़ावा देने वाला कदम बताया।
अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर सीएम राइज स्कूल का उद्घाटन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने बड़नगर में नवनिर्मित सीएम राइज स्कूल का उद्घाटन किया और इसे भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम समर्पित किया। उन्होंने कहा, “शिक्षा ही युवाओं का स्वर्णिम भविष्य सुनिश्चित करती है। हमारी सरकार उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर क्षेत्र के विकास के लिए कई परियोजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, सांसद अनिल फिरोजिया और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
नाम परिवर्तन का उद्देश्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन गांवों के नाम बदलने का उद्देश्य उनकी सांस्कृतिक धरोहर और पहचान को संरक्षित करना है।
- गजनीखेड़ी को चामुंडा महानगरी का नाम देकर धार्मिक महत्व को बढ़ावा दिया गया है।
- मौलाना को विक्रम नगर का नाम देकर इसे ऐतिहासिक और पौराणिक दृष्टिकोण से जोड़ा गया।
- जहांगीरपुर को जगदीशपुर का नाम देकर इसकी सांस्कृतिक पहचान को मजबूत किया गया।
पहले भी हुए हैं नाम परिवर्तन
यह पहली बार नहीं है जब सरकार ने गांवों के नाम बदले हों।
- जुलाई 2024 में कुंडम का नाम कुंडेश्वर धाम,
- कूंची का चंदनगढ़,
- और कुंडिया का नाम कर्णपुर किया गया था।
सरकार ने इन बदलावों को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के आधार पर उचित ठहराया है।
जनता की प्रतिक्रिया
नाम बदलने के फैसले पर स्थानीय लोगों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोगों ने इसे सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का प्रयास बताया, जबकि कुछ ने इसे विकास से अधिक प्रतीकात्मक बताया।
आगे की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने संकेत दिए कि आने वाले समय में और भी गांवों के नाम उनके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के आधार पर बदले जा सकते हैं। उन्होंने क्षेत्रीय विकास को प्राथमिकता देने की बात कही और जनता से इस परिवर्तन को सकारात्मक रूप से स्वीकार करने की अपील की।
उज्जैन और उसके आसपास के क्षेत्रों में यह बदलाव निश्चित रूप से नए अवसर और पहचान लेकर आएगा।