
MP News: इंदौर। इंदौर में हाई कोर्ट के सामने शनिवार को वकीलों और पुलिस के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस ने वकीलों के खिलाफ तीन अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए हैं। इस विवाद के दौरान बाइक सवार एक राहगीर से मारपीट का मामला भी सामने आया है, जिसके बाद पुलिस ने 200 अज्ञात वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कैसे शुरू हुआ विवाद
मामले की शुरुआत शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे हुई, जब मछली व्यवसायी कालू स्कूटर से डमरू उस्ताद चौराहे से सफेद मंदिर की ओर जा रहा था। रास्ते में कुछ बच्चे होली खेल रहे थे और उन्होंने रंग फेंका, जिससे स्कूटर पर बैठे कालू ने गाड़ी रोककर बच्चों को समझाने की कोशिश की। इसी दौरान वहां मौजूद हाई कोर्ट के वकील अरविंद जैन मौके पर पहुंचे। कालू ने अरविंद से बच्चों को समझाने के लिए कहा ताकि कोई हादसा न हो। लेकिन अरविंद इस पर भड़क गए और गाली-गलौज करने लगे।
इसके बाद अरविंद ने अपने दोनों बेटे, अपूर्व और अर्पित को मौके पर बुलाया। कालू खुद को बचाने के लिए डमरू उस्ताद चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मियों के पास पहुंचा और पूरी घटना बताई। पुलिसकर्मी जब मामले की जांच के लिए पहुंचे, तभी अरविंद और उनके बेटों ने कालू की पिटाई शुरू कर दी। इस बीच पुलिसकर्मियों ने मामले को शांत करने की कोशिश की तो आरोपियों ने पुलिसकर्मियों से भी अभद्रता की।
वकीलों ने किया हंगामा
पुलिस द्वारा अरविंद जैन और उनके बेटों के खिलाफ परदेशीपुरा थाने में केस दर्ज करने के बाद मामला गरमा गया। शनिवार को बड़ी संख्या में हाई कोर्ट के वकील विरोध प्रदर्शन करने के लिए हाई कोर्ट के सामने इकट्ठा हो गए। वकीलों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और रास्ता जाम कर दिया। इसी दौरान देवास निवासी तेजराम पटेल अपनी बाइक से वहां से गुजर रहे थे। वकीलों ने तेजराम की बाइक रोक ली और उसे निकलने नहीं दिया। इस दौरान वकीलों ने तेजराम से भी मारपीट की।
मारपीट के बाद मामला दर्ज
तेजराम ने इस घटना की शिकायत तुकोगंज थाने में की। उसने अपनी शिकायत में कहा कि हाई कोर्ट के सामने इस तरह का प्रदर्शन और रास्ता जाम करना शासकीय आदेशों का उल्लंघन है। पुलिस ने तेजराम की शिकायत के आधार पर 200 अज्ञात वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
भोई समाज ने किया थाने का घेराव
इस मामले के बाद रविवार को भोई समाज के लोग भी विरोध में उतर आए। समाज के लोगों ने परदेशीपुरा थाने का घेराव किया और आरोपित वकीलों की गिरफ्तारी की मांग की। समाज के लोगों का कहना है कि पुलिस पर हमला और राहगीर से मारपीट की घटना की गंभीरता से जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
वकीलों का पक्ष
इस पूरे मामले में वकीलों ने भी पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। हाई कोर्ट के वकील अरविंद जैन का कहना है कि पुलिस ने उनके परिचय देने के बावजूद उनके साथ अभद्रता की और उनके बेटों की बेरहमी से पिटाई की। अरविंद का आरोप है कि राजू कबाड़ी का धंधा करता है और उसकी पुलिस से सांठगांठ है। पुलिस ने जानबूझकर अधूरी फुटेज पेश की है ताकि मामला कमजोर किया जा सके।
पुलिस का बयान
पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले में जांच जारी है। पुलिस के अनुसार, वकीलों ने कानून को अपने हाथ में लिया और शासकीय आदेशों का उल्लंघन किया। फिलहाल 200 अज्ञात वकीलों के खिलाफ मारपीट, अवरोध और शासकीय आदेशों के उल्लंघन के मामले में केस दर्ज किया गया है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए हाई कोर्ट के आसपास पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।