Rape:कलकत्ता के आरजी कर अस्पताल जैसी वारदात, पुलिस जांच में जुटी
ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गजराराजा मेडिकल कॉलेज कैंपस के अंदर एक खाली और खंडहर पड़े हॉस्टल में 25 वर्षीय जूनियर डॉक्टर से उसके ही कलीग ने बलात्कार किया। इस घटना ने चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण
रविवार को पीड़िता, जो कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में रह रही थी, परीक्षा की तैयारी कर रही थी। उसी दौरान आरोपी, जो पीड़िता का सहपाठी और जूनियर डॉक्टर है, ने उसे एक पुराने और खाली पड़े हॉस्टल में बुलाया।
पुलिस के अनुसार, जब पीड़िता वहां पहुंची, तो आरोपी ने उसे धमकाया और बलात्कार किया। घटना के बाद पीड़िता ने साहस दिखाते हुए कम्पू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई
- शिकायत के तुरंत बाद कार्रवाई: पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
- जांच जारी: ग्वालियर शहर के पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) अशोक जादोन ने बताया कि आरोपी के खिलाफ बलात्कार और धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
- पीड़िता की मेडिकल जांच: पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है, और पुलिस आगे की जांच कर रही है।
सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने मेडिकल कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। खाली और खंडहर पड़े हॉस्टल जैसे स्थानों में सुरक्षा की कमी और प्रशासनिक लापरवाही का फायदा उठाकर आरोपी ने यह अपराध किया।
आरजी कर अस्पताल की घटना से तुलना
इस घटना ने पिछले साल कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए दिल दहला देने वाले केस की याद दिला दी। वहां 9 अगस्त को एक महिला डॉक्टर का शव सेमिनार रूम में मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बलात्कार और हत्या की पुष्टि हुई थी।
कोलकाता पुलिस की प्रारंभिक जांच पर सवाल उठने के बाद हाई कोर्ट ने मामले को सीबीआई को सौंप दिया था। ग्वालियर की घटना के बाद भी लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि क्या यहां भी पीड़िता को न्याय मिलेगा।
सुरक्षा के लिए जरूरी कदम
- कॉलेज परिसर में सुरक्षा बढ़ाना:
- खंडहर पड़े हॉस्टल और खाली इमारतों की नियमित निगरानी हो।
- परिसर में सीसीटीवी कैमरे और गार्ड्स की तैनाती हो।
- छात्राओं की सुरक्षा:
- गर्ल्स हॉस्टल में महिला सुरक्षा कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य हो।
- छात्राओं के लिए हेल्पलाइन नंबर और आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था की जाए।
- संवेदनशीलता प्रशिक्षण:
- कॉलेज प्रशासन और स्टाफ को संवेदनशीलता और यौन अपराधों की रोकथाम के लिए प्रशिक्षण दिया जाए।
समाज और प्रशासन के लिए संदेश
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि महिला सुरक्षा केवल एक नारा नहीं, बल्कि इसे व्यवहार में लाने की आवश्यकता है। पुलिस और प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पीड़िता को जल्द न्याय मिले और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
ग्वालियर की यह घटना समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए और ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा दी जाए।