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पेट्रोल न्यूज
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Editor: Alok Sharma
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मैसूर में थिंक-20 की मीटिंग थी। ब्राजील के डेलीगेट मेरे पास आए। अगली समिट ब्राजील में ही होनी है। वे कहने लगे कि भारत ने जिस तरह मेजबानी की है, हमारे तो हाथ-पैर फूल रहे हैं। समझ नहीं आ रहा कि कैसे इसका मुकाबला कर पाएंगे। यही हमारी कोशिश भी रही कि विदेश से आए मेहमान ऑस्लो फ्लेवर को महसूस करें। दिल्ली के वेन्यू भारत मंडपम की डिजाइन में हमने मिनी भारत दिखाने की कोशिश की है... ये शब्द दिक्षु कुकरेजा के हैं। इनकी फर्म दिक्षु कुकरेजा आर्किटेक्ट दिल्ली के प्रगति मैदान के रिडेवलपमेंट में शामिल रही है जहां 9-10 सितंबर को G-20 समिट होने वाली है। ये इस समिट से भी जुड़े हैं।
IECC वेन्यू वर्ल्ड क्लास तो है ही, लेकिन उनमें भी सबसे बेहतर है। टेक्नोलॉजी में ये तो हाई लेवल पर है लेकिन हमने यहां पर हैंडीक्राफ्ट, पेंटिंग, गांवों में बनने वाली रंगोली तक सब कुछ डाला गया है। दिल्ली मेट्रोपोलिटन सिटी है। यहां देश के हर कोने से लोग रहने आते हैं। भारत की राजधानी है तो कुछ-कुछ मिनी भारत जैसा फ्लेवर वेन्यू की डिजाइन में दिखाया गया है। एग्जीबिशन और कन्वेंशन सेंटर 123 एकड़ में फैला है। इसकी गिनती चीन के शंघाई और जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की तरह दुनिया के टॉप 10 कन्वेंशन सेंटर में होगी। इसमे 54 हजार स्क्वायर मीटर का एयर कंडीशंड कन्वेंशन सेंटर, 3 ओपन एम्फीथिएटर और 7 नए एक्जीबिशन हाल है। सिक्योरिटी रीजन की वजह से मैं उस हाल के बारे में नही बता सकता, जहाँ G-20 की मीटिंग होनी है।
यहां सिर्फ डिजाइन, इंटीरियर या फिर फैसिलिटी में नही, बल्कि हर उस चीज में लोकल कल्चर को महसूस कराने की कोशिश की गई है, जो उस शहर की आत्मा है। मैं इतना ही कहूंगा कि दुनिया भारत मंडपम को देखकर हैरान रह जाएगी। ऐसे इंतजाम होंगे कि डेलीगेट्स झूम उठेंगे। हम इतनी बारीकी तक गए हैं, इसका उदाहरण मैसूर है। यहां 31 जुलाई से 2 अगस्त तक मीटिंग थी। वेन्यू में चंदन की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया था। इसकी खुशबू डेलीगेट्स ने महसूस की तो पूछा- ये कैसी खुशबू है? हमने उन्हें मैसूर के खास चंदन की कीमत लकड़ियों और उनके गुणों के बारे में बताया। हमने उन्हें मैसूर पैलेस दिखाया, जहां टीक का काम बहुत है। डेलीगेट्स ने चंदन की लकड़ियों को छूकर देखा। कहने का मतलब है कि हमारे सेंस में सिर्फ आंख नही है, जो इंफ्रास्ट्रक्चर ही देखे। बल्कि नाक, जीभ, कान और स्किन यानी छूने का एहसास भी है।
पिछला समिट बाली, इंडोनेशिया में आयोजित किया गया था। लेकिन भारत की तैयारियां देख अब उन्होंने कहा, 2022 में हमने समिट की थी, तो 25 वेन्यू तय किए थे। हमें लगा था कि हमने तो बहुत बड़ा काम कर दिया। इतने वेन्यू पर अब तक किसी G20 समिट की मीटिंग नहीं हुई थी और फिलहाल इस रिकॉर्ड को कोई नहीं तोड़ पाएगा, लेकिन क्या पता था कि चंद महीनों में ही भारत 25 नहीं, उससे डबल वेन्यू पर मीटिंग करेगा।