

चित्रकूट, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के विज्ञान एवं पर्यावरण संकाय के अंतर्गत संचालित बीएससी तृतीय वर्ष एनईपी जैविक विज्ञान विभाग के छात्र/ छात्राओं हेतु पांच दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है । संकाय अधिष्ठाता प्रो यस के चतुर्वेदी और
सहजीवन समिति शहडोल की सचिव श्रीमती डॉ मनीषा माथनकर इस कार्यक्रम का संचालन कर रहे है|
इस दौरान घरलू स्तर पर उपयोगी व पौष्टिक चीजों के निर्माण एवं उपयोग का प्रायोगिक व सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में अंकुरित चीजों का प्रयोग करते हुए गर्मीं के लिए अनुकूल व तुरंत तैयार होने वाला विद्यार्थियों के लिए बनाने योग्य दही पोहा और गुड़हल की चाय बनाया गया। जिसे विद्यार्थियों ने स्वयं बनाया और सबको यह पसंद भी आया। अंकुरित मोठ और चने का पोषक मूल्य इस उत्पाद को हैल्थ फुड की श्रेणी में रखता है।
उद्यमिता विकास के इस प्रशिक्षण में शुद्ध, स्वच्छ व पौष्टिक फुड प्रॉडक्ट्स के उत्पादन, पैकिंग, मार्केटिंग व इकाई कैसे शुरु करें, आदि पक्षों पर प्रशिक्षण हो रहा है।
जिसे छात्र एवं छात्रायें परिवार स्तर से शुरु करके बड़े स्तर तक ले जा सकते हैं।