चित्रकूट चकबन्दी आयुक्त उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा गठित 04 सदस्यीय टीम ने जनपद चित्रकूट का भ्रमण किया और कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक की। इस बैठक में चकबन्दी कार्यों की समीक्षा की गई और आवश्यक निर्देश दिए गए।
मुख्य बिंदु:
– जनपद में भूचित्र पुनरीक्षण अंतर्गत 11 ग्रामों में कार्य किया जा रहा है।
– ग्राम औदहा और दरसेडा में जन विरोध के कारण अभी तक कार्य शुरू नहीं हुआ है, जिस पर बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी को निर्देश दिए गए कि उक्त ग्रामों में बैठक करते हुए वस्तु स्थिति की जानकारी करते हुए ग्रामवासियों से सहमति बनाकर चकबंदी कार्य प्रारंभ कराया जाए।
– धारा -8 पड़ताल के स्तर पर कुल 9 ग्राम हैं, जिसमें 02 ग्रामों में पड़ताल का कार्य चल रहा है, शेष ग्रामों के चकबन्दीकर्ता कब्जा परिवर्तन में लगे होने के कारण पड़ताल कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है।
– चकबन्दी न्यायालयों में विचाराधीन मुकदमों की समीक्षा में पाया गया कि जनपद चित्रकूट में 05 वर्ष से अधिक अवधि के मुकदमें विचाराधीन नहीं हैं।
– चकबंदी विभाग के सभी अधिकारियों कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि चकबन्दी आयुक्त उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा समय-समय पर दिए निर्देशों का पालन करते हुए निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत कार्य पूर्ण कराया जाए।
कार्रवाई:
– चकबन्दी कार्यों में लापरवाही के लिए अतुल कुमार गुप्ता और आशीष कुमार को निलंबित करने के निर्देश दिए गए।
– नागेन्द्र कुमार, चकबन्दी लेखपाल, उपदेश कुमार, ओम प्रकाश शर्मा, कमलेश राम और रमाकान्त गौतम चकबन्दीकर्ता के विरुद्ध कार्यवाही हेतु बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी, चित्रकूट को निर्देशित किया गया।
