

चित्रकूट दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को जागरूक और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ के निर्देशन में विकासखंड रामनगर के बीआरसी सभागार में तीसरी काउंसलिंग कार्यशाला का आयोजन 24 दिसंबर 2024 को किया गया।
इससे पहले, पहली कार्यशाला 27 अगस्त 2024 और दूसरी कार्यशाला 4 अक्टूबर 2024 को आयोजित की गई थी। कार्यशाला में दिव्यांग बच्चों के लिए शिक्षा विभाग और अन्य विभागों द्वारा दी जाने वाली सभी सुविधाओं की जानकारी दी गई। अधिकारियों ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों का मनोबल बढ़ाएं और उन्हें कभी हतोत्साहित न करें।
खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि दिव्यांग बच्चे परिवार से मिलने वाले नैतिक समर्थन के जरिए जीवन में बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। उन्होंने समाज में मौजूद दिव्यांग जनों के प्रेरणादायक उदाहरणों का उल्लेख करते हुए अभिभावकों से अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने और उनकी शिक्षा में सहयोग देने का आग्रह किया।
इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर से डॉक्टर रमा पाल ने अभिभावकों को चिकित्सा विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं और दिव्यांगता प्रमाण पत्र से जुड़ी जानकारी दी। वहीं, स्पेशल एजुकेटर संजय कुमार पांडेय और गुड़िया त्रिपाठी ने अभिभावकों को दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिनियम 2016 के प्रावधानों के बारे में जागरूक किया और उन्हें इन सुविधाओं का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी।
कार्यशाला में उपस्थित अभिभावकों ने इसे उपयोगी बताया और दिव्यांग बच्चों के भविष्य निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया।