



जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय चित्रकूट उत्तर प्रदेश में “चित्रकूट और प्रयाग महाकुंभ: एक आध्यात्मिक यात्रा” शीर्षक पर चल रहे राष्ट्रीय कार्यशाला का दूसरा दिन जिसमें कि देश की विभिन्न प्रांतो से ख्यातिप्राप्त कलाकार अपनी कला के माध्यम से चित्रकूट और प्रयाग की महिमा का बखूबी चित्रण कर रहे हैं जिसमें जिसमें त्रिपुरा से प्रोफेसर राजेश भौमिक, मध्य प्रदेश से ,प्रोफेसर सुधीर छारी, काशी हिंदू विश्वविद्यालय से प्रोफेसर कनुप्रिया ,मेरठ विश्वविद्यालय से प्रोफेसर अमृतलाल ,गोरखपुर विश्वविद्यालय से प्रोफेसर उमाशंकर ,मध्य प्रदेश से प्रोफेसर यतींद्र महोबे ,आगरा से असिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश कुमार मौर्य ,और स्वतंत्र कलाकार के रूप में आशुतोष कुमार जो की भदोही से हैं और भोपाल से स्वतंत्र कलाकार डॉ रेनू वर्मा प्रोफेसर अरशद जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली आदि कलाकारों के द्वारा अपने तूलिका के माध्यम से चित्रकूट की महिमा और प्रयागराज के आध्यात्मिक यात्रा को बखूबी दर्शाया जा रहा है जिसमें विश्वविद्यालय से समस्त फाइन आर्ट के छात्रों का उत्साह पूर्वक प्रतिभा रहे है