


चित्रकूट और प्रयाग महाकुंभ एक आध्यात्मिक यात्रा विषय पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय चित्रकूट में ललित कला एवं चित्रकला विभाग द्वारा प्रारंभ किया गया.
उद्घाटन सत्र माननीय कुलपति प्रो. शिशिर कुमार पाण्डेय जी की अध्यक्षता एवं देश के विभिन्न कलाकारों के सानिध्य में सरस्वती पूजन एवं दीपोज्ज्वलन कर सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर देशभर से आए अतिथि कलाकार एवं संकाय प्रमुख डॉ. गुलब्धार प्रोफेसर महेंद्र कुमार उपाध्याय डॉ विनोद मिश्रा डॉ. अमित अग्निहोत्री डॉ. सुशील त्रिपाठी डॉ.हरिकांत मिश्रा डॉ. संध्या पांडे डॉ. नीतू शुक्ला डॉ मनोज कुमार पांडे आदि सदस्य गण उपस्थित रहे.
इस अवसर पर माननीय कुलपति जी का सारगर्भित उद्बोधन प्रेरणादाई रहा। उनके शब्दों में सिंदूरी आभा एवं हरीतिमा की रंगीय आभा जीवन की गति एवं स्थिति का द्योतन करती है। कलाकार सात रंगों की धार से अंत:चेतना को कृतियों में उद्घाटित करते हैं। इस कार्यशाला में बनाई गई कलाकृतियों को प्रयाग महाकुंभ 2025 में प्रदर्शित किया जाना सुनिश्चित है।