Mauganj news in Hindi:
मऊगंज।
जिले में गेहूं उपार्जन की अंतिम तिथि नजदीक आने के चलते किसानों की चिंता बढ़ गई है। अधिकांश कृषकों की अभी कटाई और गहाई भी पूरी नहीं हो पाई है। इस स्थिति को देखते हुए कलेक्टर संजय जैन ने एसीएस फूड विभाग को तिथि बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है, ताकि किसानों को राहत मिल सके और लक्ष्य के अनुसार उपार्जन भी पूरा हो सके।
किसानों ने जताई चिंता, कलेक्टर ने दिखाई संवेदनशीलता
गेहूं उपार्जन केंद्रों पर बड़ी संख्या में ऐसे किसान पहुंचे, जिनकी फसल अब तक तैयार नहीं हो सकी थी या गहाई रुकी हुई है। उन्होंने कलेक्टर से गुहार लगाई कि उपार्जन की समयसीमा को कुछ दिन और बढ़ाया जाए। कलेक्टर संजय जैन ने इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए एसीएस फूड को पत्र भेजकर स्थिति से अवगत कराया।
खरीदी लक्ष्य के करीब, लेकिन फसल तैयार नहीं
जिले में कुल 7526 कृषक पंजीकृत हैं और 25 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। अब तक 92,328 क्विंटल गेहूं खरीदा जा चुका है, जबकि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य 1,00,200 क्विंटल का है। यदि उपार्जन की तिथि 7 मई तक सीमित रही तो लक्ष्य अधूरा रह सकता है और किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
टोकन वाले किसानों की भी चिंता बढ़ी
जिन किसानों को पहले ही टोकन जारी हो चुके हैं, वे भी अब परेशान हैं क्योंकि 7 मई आखिरी तारीख है और अभी तक उनकी फसल पूरी तरह तैयार नहीं हो सकी। समय पर खरीदी न होने पर टोकन भी निरर्थक हो जाएंगे और उपज बिचौलियों के हाथ में जा सकती है।
कलेक्टर ने जताई उम्मीद, जल्द मिलेगी राहत
कलेक्टर संजय जैन ने कहा कि किसानों की समस्याएं शासन तक पहुंचा दी गई हैं। प्रयास है कि जल्द तिथि बढ़ाने को लेकर सकारात्मक निर्णय मिले, ताकि किसानों का नुकसान न हो और शासन का खरीदी लक्ष्य भी पूरा हो सके।
यदि उपार्जन की तिथि नहीं बढ़ी, तो जिले में हजारों किसानों को आर्थिक संकट झेलना पड़ सकता है, क्योंकि अधिकांश खेतों में अभी गेहूं खलिहान तक नहीं पहुंचा है।