MP News In Hindi-
भोपाल (पेट्रोल न्यूज़)। रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी है। मध्यप्रदेश को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तीन नई ट्रेनों की सौगात दी है, जिससे न सिर्फ यात्रियों को सहूलियत मिलेगी, बल्कि राज्य का देश के बड़े आर्थिक और शैक्षणिक हब से सीधा कनेक्शन भी स्थापित होगा। इन ट्रेनों की शुरुआत अगले दो महीनों में कर दी जाएगी, जिसके लिए सम्पूर्ण टाइम टेबल रेलवे ने तैयार कर लिया है।
रीवा से पुणे तक सीधी ट्रेन, एजुकेशन और रोजगार के हब से होगा जुड़ाव
रीवा से पुणे के बीच सीधी ट्रेन चलाने की मांग लंबे समय से उठ रही थी। अब यह मांग पूरी होने जा रही है। रेल मंत्री ने बताया कि यह ट्रेन रीवा से सतना, जबलपुर, कटनी, ईटारसी होते हुए पुणे तक चलेगी। इस रूट के शुरू होने से रीवा और विंध्य क्षेत्र के हजारों विद्यार्थी, नौकरीपेशा और व्यवसायी सीधे पुणे पहुंच सकेंगे। पुणे देश का प्रमुख एजुकेशनल और एम्प्लायमेंट हब है और इस ट्रेन के शुरू होते ही वहां पहुंचना कहीं अधिक सुविधाजनक हो जाएगा।
जबलपुर से रायपुर के बीच चलेगी नई ट्रेन, ट्राइबल बेल्ट को मिलेगा सीधा लाभ
दूसरी बड़ी सौगात जबलपुर से रायपुर के बीच प्रस्तावित ट्रेन के रूप में आई है। यह ट्रेन नैनपुर, बालाघाट और गोंदिया होते हुए रायपुर जाएगी। रेल मंत्री के अनुसार, यह रूट न केवल जबलपुर और रायपुर जैसे बड़े आर्थिक केंद्रों को जोड़ेगा, बल्कि बालाघाट, मंडला और गोंदिया जैसे आदिवासी क्षेत्रों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ेगा। इन क्षेत्रों के लोगों को अब सीधे ट्रेन सेवा का लाभ मिलेगा, जिससे आवागमन और व्यापार दोनों को रफ्तार मिलेगी।
ग्वालियर से बैंगलुरु तक नई ट्रेन, छात्रों और आईटी प्रोफेशनल्स को राहत
तीसरी नई ट्रेन ग्वालियर-गुना-भोपाल होते हुए बैंगलुरु तक चलेगी। बैंगलुरु आईटी और बीपीओ सेक्टर का बड़ा केंद्र है, जहां मध्यप्रदेश के हजारों विद्यार्थी पढ़ाई और कामकाज के सिलसिले में जाते हैं। अब तक गुना और उसके आसपास के लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए बीना, भोपाल या ग्वालियर जाना पड़ता था, जिससे 8-10 घंटे का अतिरिक्त समय लगता था। रेल मंत्री ने बताया कि यह ट्रेन खासतौर पर गुना क्षेत्र के लोगों को ध्यान में रखते हुए शुरू की जा रही है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसके लिए दो बार रेल मंत्रालय को पत्र लिखे थे।
रतलाम-नागदा के बीच तीसरी और चौथी रेल लाइन को मिली मंजूरी, होगा कार्बन और डीजल की बचत
रेल मंत्री ने जानकारी दी कि रतलाम से नागदा के बीच 41 किलोमीटर की तीसरी और चौथी रेल लाइन को केबिनेट की मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना में करीब ₹1,018 करोड़ की लागत आएगी। इस लाइन के तैयार होने से न सिर्फ रेल ट्रैफिक की गति बढ़ेगी, बल्कि पर्यावरणीय रूप से भी यह एक बड़ा कदम होगा।
इस प्रोजेक्ट से हर साल लगभग 38 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाई ऑक्साइड की बचत होगी। यदि इसे पेड़ों से कवर किया जाए तो 1.5 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाने की जरूरत होती। वहीं, यह रूट हर साल करीब साढ़े सात करोड़ लीटर डीजल की भी बचत करेगा।
मध्यप्रदेश को रेल विकास के नए पंख
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ किया कि रेल मंत्रालय का फोकस केवल कनेक्टिविटी नहीं, बल्कि सुविधाजनक, तेज और पर्यावरण-अनुकूल यात्रा अनुभव देने पर है। आने वाले समय में मध्यप्रदेश को और भी नई सेवाओं और प्रोजेक्ट्स का लाभ मिलेगा।
– पेट्रोल न्यूज़, भोपाल