Mauganj News :

मऊगंज पुलिस ने सायबर फ्रॉड (डिजिटल अरेस्ट) मामले में फरार चल रहे आरोपी को राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुराग पाण्डेय और अनुविभागीय अधिकारी अंकिता शुल्या के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी हनुमना निरीक्षक अनिल काकड़े के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर यह कार्रवाई की गई।
क्या है मामला?
5 जनवरी 2025 को रेशमा पाण्डेय (40 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 12, घुरेहटा, मऊगंज) ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में मऊगंज पुलिस ने मर्ग क्रमांक 01/25 व अपराध क्रमांक 18/25 के तहत धारा 308(3), 318(4), 108, 351(2) बी.एन.एस और 66(C), 66(D) आईटी एक्ट में मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
राजस्थान से गिरफ्तार हुआ आरोपी
इस केस में फरार चल रहे आरोपी मुफ्फर खान (32 वर्ष, निवासी निवाली, थाना रामगढ़, जिला अलवर, राजस्थान) को 1 मार्च 2025 को राजस्थान से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
इन अधिकारियों की रही अहम भूमिका
- निरीक्षक अनिल काकडे (थाना प्रभारी हनुमना)
- निरीक्षक राजेश पटेल (थाना प्रभारी मऊगंज)
- उपनिरीक्षक संदीप भारती (थाना प्रभारी शाहपुर)
- उपनिरीक्षक अनन्त विजय (चौकी प्रभारी भीर)
- सउनि अमर सिंह (चौकी प्रभारी पिपराही)
- आरक्षक मनीष सिंह (थाना हनुमना)
- आरक्षक वीरभद्र सिंह (थाना मऊगंज)
- सायबर टीम के प्रआर. विमलेश कुशवाहा एवं आरक्षक नितिन शुक्ला
पुलिस की इस कार्रवाई से साइबर अपराधियों में मचा हड़कंप!
मऊगंज पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन का कहना है कि ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और साइबर फ्रॉड के मामलों में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।