Mauganj News:प्राइवेट प्रैक्टिस में व्यस्त सरकारी डॉक्टर, मऊगंज की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गहरा असर
मऊगंज (08 Dec 2024) : मऊगंज सिविल अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था में गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। सरकारी डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस के कारण अस्पताल में चिकित्सकीय सेवाएं नदारद रहती हैं, जिससे मरीजों को इलाज में देरी हो रही है। मऊगंज के लोग अब यह सवाल उठाने लगे हैं कि जब सरकारी डॉक्टर अपने निजी क्लीनिक में व्यस्त हैं, तो सरकारी अस्पताल में इलाज की गुणवत्ता पर असर पड़ना तो लाजमी है?
किसी समय पर अस्पताल नहीं पहुंचते डॉक्टर, बढ़ रही स्वास्थ्य समस्याएं
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, मऊगंज सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है, और जो कुछ डॉक्टर यहां काम कर रहे हैं, वे प्राइवेट प्रैक्टिस के कारण अस्पताल समय पर नहीं पहुंचते। इससे सिविल अस्पताल में मरीजों को सही इलाज मिलना मुश्किल हो गया है। कई बार अस्पताल में भर्ती मरीजों को आवश्यक इलाज देने में देरी हो जाती है, जिससे स्वास्थ्य संकट गहरा रहा है। इसके अलावा, अस्पताल में आवश्यक सुविधाओं की भी कमी है, जो मरीजों के इलाज को और भी प्रभावित कर रही है।
जिला बनने के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की उम्मीद थी, परंतु स्थिति ज्यों की त्यों
मऊगंज को जिला बनाए जाने के बाद यहां स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की उम्मीदें जागी थीं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की तैनाती को लेकर प्रशासन की अनदेखी और लापरवाही के कारण मऊगंज सिविल अस्पताल अब भी ढहते हुए सिस्टम का शिकार हो रहा है।
कौन होगा जिम्मेदार? क्या मऊगंज के लोग सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा कर सकेंगे?
जब मऊगंज के लोग इलाज के लिए सरकारी अस्पताल का रुख करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरों की अनुपस्थिति, बिना इलाज के वापस भेजे जाने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्रशासन मऊगंज सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी और उनके प्राइवेट प्रैक्टिस के मामलों को लेकर कोई ठोस कदम उठाएगा? अगर जल्द ही इस पर कार्रवाई नहीं की गई, तो स्वास्थ्य व्यवस्था का और बुरा हाल हो सकता है।
जल्द हो सकती है बड़ी कार्यवाही?
सूत्रों के मुताबिक, मऊगंज सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस को लेकर जल्द ही प्रशासन जांच शुरू कर सकता है। यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और मऊगंज के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार कब मिलेगा?