Mauganj जिले के घुरेहटा वार्ड नंबर 12 में ऑनलाइन ठगी का शिकार हुई महिला ने जहर खाकर दी जान। करोड़ों के सपने दिखाने वाले ठगों के जाल में फंसी महिला, इलाज के दौरान संजय गांधी अस्पताल में तोड़ा दम।
मऊगंज से रिपोर्ट:
मऊगंज जिले के घुरेहटा वार्ड नंबर 12 में रविवार को 40 वर्षीय महिला रेशमा पांडे ने जहर खा लिया। उन्हें गंभीर हालत में संजय गांधी अस्पताल, रीवा ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि रेशमा साइबर ठगी का शिकार हुई थीं। ठगों ने उन्हें पुराने सिक्कों के बदले करोड़पति बनने का लालच देकर उनकी गाढ़ी कमाई हड़प ली।
कैसे हुआ ठगी का खेल?
परिजनों ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने रेशमा से संपर्क किया। उसने दावा किया कि पुराने सिक्कों, जैसे 10 पैसे, 20 पैसे और 5 पैसे के बदले में उन्हें 1 करोड़ 75 लाख रुपये मिल सकते हैं। रेशमा के पास कुछ पुराने सिक्के थे, और ठग ने उन्हें विश्वास दिलाया कि इन सिक्कों के बदले वह करोड़पति बन सकती हैं।
ठग ने रेशमा से सिक्कों के प्रोसेसिंग, पार्सल चार्ज और अन्य खर्चों के नाम पर 50,000 रुपये की मांग की। रेशमा ने 22,000 रुपये ठग के बताए खाते में जमा भी कर दिए। ठग लगातार रेशमा से संपर्क में रहा और अलग-अलग बहानों से पैसे जमा करने का दबाव बनाता रहा।
क्रूर जालसाजी और मौत की वजह
ठग ने बार-बार यह कहा कि उनका “पार्सल” तैयार है और जल्द ही उन्हें करोड़ों रुपये मिल जाएंगे। लेकिन जब रेशमा ने और पैसे देने में असमर्थता जताई, तो ठग ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। इस मानसिक दबाव और आर्थिक नुकसान ने रेशमा को तोड़ दिया।
घटना वाले दिन, ठगी और धमकियों से परेशान होकर रेशमा ने घर में जहर खा लिया।
साइबर क्राइम का बढ़ता दायरा
यह घटना मऊगंज जिले में साइबर अपराध के खतरनाक स्तर को उजागर करती है। यह मामला न केवल डिजिटल ठगी का है, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे लालच और दबाव लोगों को आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर कर सकता है।
डिजिटल अरेस्ट को नकारा नहीं जा सकता
जिस तरीके से साइबर बदमाशों ने महिला शिक्षक को ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग से परेशान किया जिससे तंग और व्यथित होकर महिला ने जीवन लीला समाप्त कर दी ।उससे इस मामले में डिजिटल अरेस्ट के एंगल को भी नकारना मुश्किल है।
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पुलिस जांच और अपील
मऊगंज पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी एंगल को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने साइबर ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मोबाइल नंबर और बैंक खाते की जांच शुरू कर दी है।
सावधानी ही बचाव है
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि ऑनलाइन ठगी के मामलों में सतर्क रहना कितना जरूरी है। यदि कोई भी संदिग्ध कॉल या लालच देने वाली बातों का सामना हो, तो तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल को सूचित करें।
संदेश: “लालच का अंत हमेशा दुखद होता है। साइबर ठगों से सावधान रहें और किसी भी प्रकार की ऑनलाइन लेनदेन में सतर्कता बरतें।”
रेशमा पांडे की दुखद मौत समाज के लिए एक चेतावनी है कि साइबर अपराध कितनी गहराई तक जड़ें जमा चुका है। प्रशासन को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।