
Mauganj News। मऊगंज पुलिस ने बाईपास स्थित एक सूने मकान में हुई लाखों की चोरी का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी गए पैसे और बहुमूल्य सोने-चांदी के गहने बरामद किए हैं। यह चोरी 2 दिन पहले मऊगंज बाईपास पर स्थित सर्राफा व्यापारी सत्यभान सोनी के घर हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया और कार्रवाई शुरू की।
चोरी की वारदात की जानकारी
2 दिन पूर्व मऊगंज बाईपास स्थित सर्राफा व्यापारी सत्यभान सोनी के घर चोरी की घटना हुई थी। चोरों ने कमरे के अंदर रखे बक्से और अलमारी के ताले तोड़कर 2 लाख 50 हजार रुपये नगद, दो तोला सोने का हार, चार जोड़ी सोने के कान का लटकन, चार नग सोने की अंगूठी, एक जोड़ा सोने का बाला, दस नग नाक की कील, पांच नग सोने की मनचली, चार नग सोने की लॉकेट, एक जोड़ी कान की कंचड़ी, दस नग चांदी के पायल और छह जोड़ी चांदी की विछिया चोरी कर ली थी। इस घटना से नगर में हड़कंप मच गया था और पुलिस को मामले की गंभीरता से जांच शुरू करने के आदेश दिए गए।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया
जैसे ही मऊगंज पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर को चोरी की घटना की जानकारी मिली, उन्होंने एसडीओपी अंकिता सूल्या के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भैयामन सिंह, उप निरीक्षक प्रज्ञा पटेल और सहायक उप निरीक्षक सत्येंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच शुरू की और तीन संदेहास्पद व्यक्तियों का नाम सामने आया। इन आरोपियों में रविशंकर विश्वकर्मा उर्फ रवि (जो पहले भी चोरी के आरोप में गिरफ्तार हो चुका था), संजीव उर्फ छोटू वर्मा और जगन्नाथ केवट उर्फ छोटे शामिल थे।
पुलिस ने इन तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें चोरी का खुलासा हुआ। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने चोरी गए रुपये और सोने-चांदी के गहने बरामद किए।
आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया
चोरी के मामले में पुलिस ने आरोपियों को आज बुधवार की रात 3 बजे न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत नहीं मिलने पर जेल भेज दिया गया।
चोरी के खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका
चोरी के खुलासे में मऊगंज पुलिस ने प्रमुख भूमिका निभाई। उप निरीक्षक भैयामन सिंह, उप निरीक्षक प्रज्ञा पटेल, सहायक उप निरीक्षक सत्येंद्र सिंह और उनके साथियों की कड़ी मेहनत के चलते यह मामला सुलझाया गया। पुलिस दल में प्रधान आरक्षक राजेंद्र सिंह, आरक्षक जयप्रकाश तिवारी, विवेक यादव, अरविंद मेहरा, प्रमोद पटेल, रजनीश यादव, सुरेश यादव, नितेश सिंह, शशिकांत आरक्षित वीरभद्र सिंह, पवन मीणा और महिला रक्षक काजल सत्यम बागरी का भी सहयोग सराहनीय रहा।
मऊगंज पुलिस का यह सफलता प्राप्त करना स्थानीय नागरिकों के लिए राहत की खबर है और यह साबित करता है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई में बिल्कुल भी ढिलाई नहीं बरतती।