Mauganj News:विकास का सपना अधूरा, मऊगंजवासी अब खुद निकल पड़े बदलाव की तलाश में
मऊगंज: विधानसभा चुनावों में सत्ता पक्ष के विधायक के द्वारा किए गए विकास के वादों का असर अब पूरी तरह से खत्म होता नजर आ रहा है। पिछले छह वर्षों में मऊगंज में कोई भी ठोस और संतोषजनक विकास कार्य नहीं हो पाया है, जिससे जनता में नाराजगी का माहौल है। सड़कें, नल-जल, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर वही का वही बना हुआ है। हां ,मऊगंज के स्थानीय नागरिकों ने यह जरूर देखा है कि सत्ता पक्ष के विधायक का धरना क्यों ,किस तरह और किसके लिए होता है?मऊगंज की भोली-भाली जनता यह देखकर हैरान है कि सत्ता आपकी ,सरकार आपकी, सांसद आपके ,सरकार का प्रशासन, फिर भी देना पड़ रहा धरना?
स्थानीय निवासी अब महसूस कर रहे हैं कि विधायक ने उनकी उम्मीदों को सिर्फ हवा-हवाई वादों से भर दिया है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। मऊगंजवासी अब खुद ही बदलाव की तलाश में निकल पड़े हैं। गांव-गांव, मोहल्ले-मोहल्ले में चर्चा है कि यदि इस बार विकास नहीं हुआ, तो सत्ता पक्ष को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
ग्रामीणों का कहना है कि विधायक के कार्यकाल में किसी भी परियोजना का क्रियान्वयन समय पर नहीं हुआ, और जो कुछ हुआ भी, वह अधूरा पड़ा है। लोग अब यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या विधायक ने कभी मऊगंज के विकास के बारे में गंभीरता से सोचा था, या केवल चुनावी वादों तक ही यह सीमित रह गया?
स्थानीय लोग अब अपने हक के लिए आवाज उठाने को मजबूर हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि मऊगंज को विकास के मानक के रूप में सामने लाया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो आगामी चुनावों में सत्ता पक्ष को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है?