Mauganj News In Hindi :
हनुमना (पेट्रोल न्यूज़)। जिले में झोलाछाप चिकित्सकों पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। कलेक्टर संजय जैन के निर्देश पर एसडीएम हनुमना रश्मि चतुर्वेदी ने शुक्रवार को हर्दी बाजार में संचालित एक अवैध क्लीनिक पर छापा मारा। छापेमारी की भनक लगते ही वहां मौजूद झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक छोड़कर फरार हो गया।
एसडीएम के साथ ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. नागेंद्र मिश्रा और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर अवैध रूप से संचालित दवाखाने को सील कर दिया। मौके से बिना लाइसेंस की दवाएं और जांच उपकरण भी जब्त किए गए। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जिले में किसी भी प्रकार की अवैध चिकित्सकीय गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों की भी हो रही निगरानी
छापामारी के दौरान एसडीएम चतुर्वेदी ने हनुमना क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने स्व-सहायता समूहों द्वारा समय पर भोजन और नाश्ता न देने की शिकायतों पर कड़ी नाराजगी जताई और जिम्मेदार समूहों को चेतावनी दी कि यदि व्यवस्था में लापरवाही मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएम ने साफ शब्दों में कहा कि बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसी जांच नियमित रूप से की जाती रहेंगी ताकि जिम्मेदार लोग अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन करें।
जिले में सैकड़ों अवैध क्लीनिक और पैथोलॉजी
मऊगंज जिला मुख्यालय से लेकर हनुमना, नईगढ़ी, देवतालाब, पहाड़ी, खटखरी, शाहपुर, रामपुर, भीर, तमरी जैसे ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में सैकड़ों झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा अवैध क्लीनिक और पैथोलॉजी सेंटर चलाए जा रहे हैं। बिना किसी अनुमति के दवाएं बेची जा रही हैं और मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों की मानें तो इन अवैध डॉक्टरों की पहुंच रसूखदारों तक है, जिसकी वजह से अब तक इन पर कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हो पाई है। प्रशासन की हालिया सख्ती से अब लोगों को उम्मीद है कि इन झोलाछाप डॉक्टरों पर लगाम लगेगी और क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी।
(रिपोर्ट: पेट्रोल न्यूज़, मऊगंज)