घुरेहटा,Mauganj। मऊगंज जिले के घुरेहटा गांव में साइबर ठगी से परेशान होकर आत्महत्या करने वाली महिला रेशमा पांडे के मामले में पुलिस ने उसकी सहेली आंचल तिवारी को गिरफ्तार किया है। आंचल पर आरोप है कि उसने ठगी के मामले में साक्ष्य छुपाए और मृतिका को नकली जमा पर्ची देकर धोखा दिया।
घटनाक्रम का खुलासा
रेशमा पांडे ने 5 जनवरी को ठगों को 5500 रुपये देने के लिए अपना सोने का लॉकेट सहेली आंचल तिवारी के पास गिरवी रखा था। उसने आंचल से कहा था कि वह क्यूआर कोड के जरिए पैसे ट्रांसफर कर दे। लेकिन आंचल ने पैसे ट्रांसफर नहीं किए और रेशमा को नकली जमा पर्ची दिखाकर झूठा आश्वासन दिया कि पैसे भेज दिए गए हैं।
रेशमा ने यह फर्जी पर्ची साइबर ठगों को दिखाई। ठगों ने इसे फर्जी बताकर रेशमा को धमकाना और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। ठगों ने कहा कि पैसे जमा नहीं किए गए हैं और अब पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी। ठगों के टॉर्चर और सहेली के धोखे से तंग आकर रेशमा ने कीटनाशक खाकर अपनी जान दे दी।
पुलिस कार्रवाई
इस मामले में पुलिस ने पहले राजस्थान और हरियाणा बॉर्डर से तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब रेशमा की सहेली आंचल तिवारी को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, आंचल को मामले की पूरी जानकारी थी, लेकिन उसने न केवल साक्ष्य छुपाए बल्कि नकली पर्ची दिखाकर रेशमा को धोखा दिया।
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आंचल तिवारी पर कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद आंचल तिवारी को स्थानीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
साइबर ठगी का बढ़ता खतरा
यह मामला साइबर ठगी के खतरनाक दुष्परिणामों को उजागर करता है। ठगों की हरकतें और सहेली के धोखे ने रेशमा को इस कदर मजबूर कर दिया कि उसने अपनी जान ले ली। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे साइबर ठगी से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
रेशमा की आत्महत्या ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। परिजन और स्थानीय लोग दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मामले में पुलिस की जांच जारी है।