संजय गांधी अस्पताल में गुंडाराज! एक्सरे रूम में युवक को बंद कर बेरहमी से पीटा, अब तक नहीं आया होश

Rewa, 9 मार्च 2025: रीवा के संजय गांधी अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों के साथ हो रही मारपीट की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला एक्सरे विभाग से सामने आया है, जहां एक युवक को कर्मचारियों ने कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा। उसकी मां और बहन मदद की गुहार लगाती रहीं, लेकिन कर्मचारियों ने लात-घूंसों से उसे अधमरा कर दिया। युवक की हालत गंभीर बनी हुई है, और वह अब तक होश में नहीं आया है।
क्या है पूरा मामला?
सीधी जिले के बधवार निवासी देवेंद्र शुक्ला अपनी मां को इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल लेकर आए थे। डॉक्टरों ने एक्सरे कराने के लिए भेजा, लेकिन वहां कर्मचारियों से किसी बात को लेकर बहस हो गई। इसके बाद अस्पताल कर्मियों ने युवक को कमरे में बंद कर दिया और लात-घूंसों और थप्पड़ों से जमकर पीटा।
मां-बहन मदद की गुहार लगाती रहीं, लेकिन किसी ने नहीं सुनी
बाहर देवेंद्र की मां फूलमती शुक्ला और बहन शशि मिश्रा चीखती-चिल्लाती रहीं, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया। करीब 15 मिनट तक
युवक को पीटने के बाद अधमरी हालत में छोड़ दिया गया। गंभीर रूप से घायल देवेंद्र को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
पुलिस पहुंची, लेकिन अधिकारी कर्मचारियों के बचाव में उतरे
घटना की सूचना मिलते ही अमहिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन हर बार की तरह अस्पताल प्रशासन ने अपने कर्मचारियों का बचाव करना शुरू कर दिया। एक्सरे विभाग के प्रमुख संजीव शर्मा ने कहा कि “युवक अभद्र व्यवहार कर रहा था, इसलिए कर्मचारियों ने उसे धक्का देकर बाहर निकाला। मारपीट जैसी कोई बात नहीं हुई।”
युवक की हालत नाजुक, सिटी स्कैन कराया गया
देवेंद्र शुक्ला अब तक होश में नहीं आया है। डॉक्टरों ने सिर में गंभीर चोटों की आशंका जताते हुए उसका सिटी स्कैन कराया है। परिजनों का कहना है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला, तो वे बड़े स्तर पर विरोध करेंगे।
अस्पताल में कब खत्म होगा गुंडाराज?
यह कोई पहला मामला नहीं है, जब संजय गांधी अस्पताल में मरीजों या उनके परिजनों के साथ मारपीट हुई हो। इससे पहले भी अस्पताल स्टाफ की गुंडागर्दी के कई मामले सामने आ चुके हैं।
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन कोई सख्त कदम उठाएगा या फिर अस्पताल में इसी तरह मरीजों और उनके परिजनों पर जुल्म होता रहेगा?