REWA News:
डिलेवरी के बाद बिगड़ी हालत, दो महीने पहले अमानक घोषित हो चुका था इंजेक्शन
रीवा के संजय गांधी अस्पताल में ब्लैकलिस्ट इंजेक्शन लगाए जाने से डिलेवरी के बाद 4 प्रसूताओं की याददाश्त जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। फरवरी में हुई घटना की जांच के बाद अब अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाह स्टोर कीपर प्रवीण उपाध्याय को निलंबित कर दिया है।
मामला उस वक्त उजागर हुआ जब ऑपरेशन से डिलेवरी कराने के बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि महिलाओं की हालत अचानक बिगड़ने लगी और उन्होंने अपने परिजनों को पहचानने से इनकार कर दिया।
जांच में सामने आया कि दिसंबर में ही जिन एनेस्थीसिया इंजेक्शनों को ब्लैकलिस्ट कर सरकारी पोर्टल से हटा दिया गया था, उन्हीं में से एक बैच को ‘भूलवश’ स्टोर कीपर ने फरवरी में जारी कर दिया। 25 फरवरी को इस प्रतिबंधित बैच के 100 वायल स्टोर से निकाले गए, जिनमें से 5 का इस्तेमाल डिलेवरी में हुआ।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि इंजेक्शन का रिएक्शन ही प्रसूताओं की बिगड़ती हालत की वजह था। हालांकि, अब सभी महिलाएं पूरी तरह स्वस्थ बताई जा रही हैं।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुनील अग्रवाल ने बताया कि दो महिलाओं में स्पष्ट रिएक्शन देखा गया, जिनका इलाज कर उन्हें घर भेजा जा चुका है। जबकि गंभीर लापरवाही के चलते स्टोर कीपर को सस्पेंड कर दिया गया है।
यह घटना न सिर्फ अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि सवाल खड़े करती है कि ब्लैकलिस्ट दवाइयां आखिर स्टोर में कैसे बची रह गईं और उनका इस्तेमाल क्यों हुआ?