Satna News-
सतना: मध्य प्रदेश के सतना जिले में ईओडब्ल्यू (EOW) की टीम ने रोजगार सहायक पंकज तिवारी को रंगे हाथ 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी ग्राम पंचायत सोहौला, जनपद पंचायत सोहावल में कार्यरत था और मनरेगा योजना के तहत बने वाटर टैंक और नालियों के भुगतान के लिए 10% कमीशन मांग रहा था।
रिश्वत मांगने का पूरा खेल
पीड़ित भगवान दास चौरसिया ग्राम पंचायत सोहौला के निवासी हैं और पेशे से कृषक हैं। उन्होंने मनरेगा योजना के तहत ₹1,60,000 लागत की दो नालियां और वाटर टैंक का निर्माण कार्य करवाया था। लेकिन जब भुगतान की बारी आई, तो रोजगार सहायक पंकज तिवारी ने अपनी रिपोर्ट और आईडी देने के लिए 5,000 रुपये की रिश्वत की मांग की।
EOW ने दबोचा रंगे हाथ
भगवान दास चौरसिया ने इस अवैध मांग की शिकायत ईओडब्ल्यू रीवा से की, जिसके बाद टीम ने जाल बिछाया। जैसे ही आरोपी ने ग्राम पंचायत बाबूपुर, संस्कृत विद्यालय के सामने फरियादी से रिश्वत ली, ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे रंगे हाथ धर दबोचा।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई
इस गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि ग्राम पंचायतों में भी भ्रष्टाचार चरम पर है, जहां जरूरतमंदों को अपने हक के पैसे के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी और अन्य पंचायतों में भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी।