New Delhi Stampede:

नई दिल्ली। राजधानी के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। भीषण भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिनमें 14 महिलाएं और 4 मासूम बच्चे शामिल हैं। इस घटना में 10 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनका इलाज LNJP अस्पताल में जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 12 पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन पकड़ने की जल्दी में यात्री धक्का-मुक्की करने लगे, जिससे अचानक भगदड़ की स्थिति बन गई। लोगों के गिरने और एक-दूसरे पर चढ़ने से कई लोग बुरी तरह कुचल गए।
रेलवे ने किया मुआवजे का ऐलान
रेल मंत्रालय ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मुआवजे की घोषणा की है—
- मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख
- गंभीर रूप से घायलों को ₹2.5 लाख
- सामान्य घायलों को ₹1 लाख
मृतकों की पहचान हुई
मरने वालों में ज्यादातर बिहार, हरियाणा और दिल्ली के निवासी हैं। मृतकों की सूची इस प्रकार है:
- नीरज (वैशाली, बिहार)
- शांतिदेवी (नवादा, बिहार)
- पूजा कुमार (नवादा, बिहार)
- संगिता मलिक (भिवानी, हरियाणा)
- पूनम महावीर (एन्क्लेव, दिल्ली)
- ममता झा (नांगलोई, दिल्ली)
- रिया सिंह (सागरपुर, दिल्ली)
- बेबी कुमारी (बिजवासन, दिल्ली)
- मनोज (नांगलोई, दिल्ली)
- आहादेवी (बक्सर, बिहार)
- पिंकी देवी (संगम विहार, दिल्ली)
- शीला देवी (सरिता विहार, दिल्ली)
- व्योम (बवाना, दिल्ली)
- पूनम देवी (सारण, बिहार)
- ललिता देवी (परना, बिहार)
- सुरुचि (मुजफ्फरपुर, बिहार)
- कृष्णा देवी (समस्तीपुर, बिहार)
- विजय साह (समस्तीपुर, बिहार)
रेलवे प्रशासन और पुलिस अलर्ट पर
रेलवे अधिकारियों और दिल्ली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया गया। चश्मदीदों के मुताबिक, स्टेशन पर सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे, जिससे हादसा और भयावह हो गया।
प्रशासन पर सवाल
इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर क्यों स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए? क्या पहले से अलर्ट जारी कर व्यवस्था दुरुस्त नहीं की जा सकती थी? इन तमाम सवालों के जवाब जनता और मृतकों के परिजन मांग रहे हैं।
सरकार का बयान
रेलवे मंत्रालय और दिल्ली सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि घटना की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
बड़ा सवाल – क्या ऐसे हादसों से सबक लिया जाएगा?
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई इस त्रासदी ने एक बार फिर भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस हादसे से सबक लेकर आगे कोई ठोस कदम उठाता है या फिर यह भी एक और भुला दिया जाने वाला हादसा बनकर रह जाएगा।